नई दिल्ली: देश में एक बार फिर कोरोना का विकराल रूप सामने आ रहा है. महामारी शुरू होने के बाद से आज पहली बार एक दिन में संक्रमण के एक लाख से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं. ये संख्या एक लाख तीन हजार 558 है. कोरोना के इस बढ़ते खतरे में महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और पंजाब सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. बढ़ते खतरे को देखते हुए केंद्रीय एजेंसियां अलर्ट हो गयी हैं.


केंद्र सरकार जन स्वास्थ्य विशेषज्ञों तथा चिकित्सकों की टीम इन तीनों राज्यों में भेज रही है. प्रधानमंत्री ने कल कोरोना के बढ़ते खतरे को लेकर हाई लेवल मीटिंग की थी. इसी मीटिंग में पंजाब, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में जन स्वास्थ्य विशेषज्ञों तथा चिकित्सकों की टीम भेजने का फैसला हुआ.


बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ''देश भर में कोविड-19 और इसके खिलाफ जारी टीकाकरण अभियान की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की. इस वैश्विक महामारी से लड़ाई के प्रभावी तरीके के रूप में टेस्टिंग, ट्रेसिंग, ट्रीटमेंट, कोविड से बचाव संबंधी सावधानियों और टीकाकरण की पांच स्तरीय रणनीति के महत्व को दोहराया.’’


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण के इस दौर से निपटने के लिए राज्यों को कड़े और व्यापक कदम उठाने होंगे. संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए उन्होंने पांच स्तरीय रणनीति--टेस्टिंग, ट्रेसिंग, ट्रीटमेंट, कोविड व्यवहार और टीकाकरण को गंभीरता और प्रतिबद्धता से लागू करने का सुझाव दिया.


बता दें कि देश में कुल संक्रमित मामलों में 91 प्रतिशत से अधिक की हिस्सेदारी 10 राज्यों की है और इन्हीं राज्यों में कोविड-19 से सर्वाधिक मौतें भी हुई हैं. देश में 12 फरवरी को सबसे कम 1,35,926 लोग संक्रमित थे जो संक्रमण के कुल मामलों का 1.25 प्रतिशत था. आंकड़ों के अनुसार इस बीमारी से अब तक 1,16,29,289 लोग उबर चुके हैं जबकि मृत्यु दर 1.32 प्रतिशत है.


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