Political Controversy: केंद्रीय मंत्री सिंधिया के जनता दरबार में लापरवाही! जाते ही रद्दी में फेंकी गई जनता की फरियाद, चौंकाने वाली खबर
Jyotiraditya Scindia: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हाल ही में गुना के पिछोर में जनता दरबार लगाया और अधिकारियों को समस्याओं के जल्द समाधान के निर्देश दिए.

Political Controversy: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हाल ही में अपने लोकसभा क्षेत्र गुना के पिछोर में जनता दरबार लगाकर जनसुनवाई की थी. उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिए थे कि सभी आवेदनों को सूचीबद्ध तरीके से सुरक्षित रखा जाए और आवेदकों की समस्याओं का त्वरित समाधान किया जाए. बावजूद इसके उनके जाते ही सरकारी कर्मचारियों ने जनता के शिकायती आवेदनों को रद्दी में फेंक दिया, जिससे लोगों में नाराजगी फैल गई.
जनसुनवाई कार्यक्रम के बाद शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया कि उनकी समस्याओं को बिना रजिस्टर्ड किए ही कचरे में डाल दिया गया. इस मामले में जांच के बाद कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी ने प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए पांच कर्मचारियों, पटवारी दीपक शर्मा, पटवारी दीपक दांगी, पटवारी प्रतीक पाराशर, सहायक ग्रेड 3 प्रमोद वर्मा और सहायक ग्रेड 3 प्रशांत शर्मा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.
सिंधिया ने दिए सख्त निर्देश
इस घटना पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि वे केवल दिखावे के लिए जनसुनवाई नहीं करते बल्कि हर आवेदन का स्टेटस लेते हैं और शिकायतों के समाधान तक नजर रखते हैं. उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक पिछली जनसुनवाई की सभी शिकायतों का समाधान नहीं हो जाता तब तक अगली जनसुनवाई नहीं होगी.
कांग्रेस ने साधा बीजेपी पर निशाना
इस मामले पर कांग्रेस ने बीजेपी और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर तीखा हमला बोला है. कांग्रेस नेता अब्बास हाफिज ने कहा कि ये घटना बीजेपी के असली चरित्र को दर्शाती है. उन्होंने आरोप लगाया कि सिंधिया अब भी अपने 'महाराजा मोड' में हैं और आम जनता की परेशानियों को गंभीरता से नहीं ले रहे.
हाफिज ने कहा कि केवल माफी मांगने भर से जिम्मेदारी खत्म नहीं हो जाती बल्कि उन्हें अपनी भूमिका को समझते हुए ठोस कदम उठाने होंगे. कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार आम जनता से जुड़े मुद्दों को नजरअंदाज कर रही है और जवाबदेही से बचने की कोशिश कर रही है.
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