Puducherry Floor Test: बहुमत परीक्षण में विफल रहने के बाद पुदुचेरी के मुख्यमंत्री ने उपराज्यपाल को सौंपा इस्तीफा

पुदुचेरी के मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी के लिए आज परीक्षा की घड़ी है. कांग्रेस गठबंधन के विधायकों के इस्तीफे के बाद उनकी सरकार अल्पमत में है. ऐसे में विधानसभा में शक्ति परीक्षण के दौरान उनकी सरकार के गिरने की पूरी संभावना है.

एबीपी न्यूज़ Last Updated: 22 Feb 2021 01:50 PM
पुदुचेरी के मुख्यमंत्री विधानसभा में बहुमत साबित करने में विफल रहने के बाद अपने पद से इस्तीफा उपराज्यपाल को सौंप दिया है.
पुदुचेरी में शक्ति परीक्षण से पहले विधानसभा से कांग्रेस के विधायकों ने वॉक आउट किया. स्पीकर ने कहा कि मुख्यमंत्री सदन के फ्लोर पर बहुमत साबित नहीं कर पाएंगे. कांग्रेस सरकार पुडुचेरी फ्लोर टेस्ट में बहुमत साबित नहीं कर पाए.
पुडुचेरी की वी. नारायणसामी सरकार विधानसभा में सोमवार शक्ति परीक्षण के दौरान को बहुमत साबित करने में नाकाम रही.
विधानसभा में पुदुचेरी के मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी ने कहा- पूर्व उपराज्यपाल किरण बेदी और केन्द्र सरकार ने विपक्षियों के साथ मिलकर सरकार गिराने की कोशिश की. हमारे विधायकों की एकजुटता की वजह से हम पिछले 5 साल से सरकार चला रहे हैं. केन्द्र ने हमारी तरफ से अनुरोध के बावजूद फंड ना देकर पुदुचेरी की जनता को धोखा दिया है.
पुदुचेरी चीफ व्हीप आरकेआर अनंतरमन ने कहा कि कि हम आज फ्लोर टेस्ट करने जा रहे हैं. अब तक हमारे पास बहुमत रहा है.
शक्ति परीक्षण के लिए विधानसभा पहुंचे पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी.
कांग्रेस MLAs के. लक्ष्मीनारायण और सहयोगी पार्टी द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (DMK) के विधायक वेंकटेशन ने रविवार को अपने इस्तीफे का ऐलान किया. इससे पहले कांग्रेस के 4 और विधायक भी इस्तीफा दे चुके हैं.
पुदुचेरी के मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी घर से विधानसभा के लिए निकल चुके हैं. आज विधानसभा में शक्ति परीक्षण किया जाएगा.
पुदुचेरी विधानसभा में निर्दलीय विधायक वी. रामचंद्रन ने कहा- मैं माजूदा सरकार का समर्थन कर रहा हूं. मैं अपनी राय नहीं बदलना चाहता हूं. मैं सोचता हूं कि मौजूदा सरकार का विधानसभा में बहुमत नहीं रहेगा.

बैकग्राउंड

पुदुचेरी में अल्पमत में आई कांग्रेस की  नारायणसामी सरकार को आज बहुमत साबित करना है. पुदुचेरी में रविवार को एक और विधायक के इस्तीफे के बाद राजनीतिक संकट अब और ज्यादा गहरा गया है. कांग्रेस की नारायणसामी सरकार अब पूरी तरह अल्पमत में आ चुकी है. क्योंकि आज होने वाले फ्लोर टेस्ट से ठीक पहले रविवार को कांग्रेस के एक और विधायक ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है.


 


पिछले दिनों चार विधायकों ने इस्तीफा दिया था अब कांग्रेस के एक और विधायक लक्ष्मीनारायण के इस्तीफे के साथ ही कुल संख्या पांच पहुंच गई है. वहीं गठबंधन वाली डीएमके के विधायक ने भी इस्तीफा दे दिया है.  कांग्रेस के विधायक के. लक्ष्मीनारायणन और द्रमुक के विधायक वेंकटेशन के इस्तीफा देने के बाद 33 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस-द्रमुक गठबंधन के विधायकों की संख्या घटकर 11 हो गई है, जबकि विपक्षी दलों के 14 विधायक हैं. लक्ष्मीनारायणन और वेंकटेशन ने विधानसभा अध्यक्ष वी. पी. शिवकोलुंधु को उनके आवास पर अपना इस्तीफा सौंपा.


 


इस्तीफे के बाद लक्ष्मीनारायणन ने पत्रकारों से कहा, ‘‘नारायणसामी नीत सरकार ने बहुमत खो दिया है.’’ लक्ष्मीनारायणन ने कहा कि उन्होंने पार्टी की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है. वेंकटेशन ने कहा कि उन्होंने केवल विधायक पद से इस्तीफा दिया है और वह द्रमुक का हिस्सा बने रहेंगे.


 


हाल ही में यहां उपराज्यपाल किरण बेदी को जिम्मेदारी से मुक्त कर तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसई सौंदराजन को पुडुचेरी की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गई है. नारायणसामी अगर आज बहुमत साबित नहीं कर पाते तो पुडुचेरी में कांग्रेस की सरकार गिर जाएगी और अगर ऐसा हुआ तो यहां राष्ट्रपति शासन लग जाएगा. आने वाले महीनों में यहां विधानसभा चुनाव होने हैं और ऐसे में कांग्रेस कतई नहीं चाहेगी कि यहां विधानसभा चुनाव राष्ट्रपति शासन के तहत हों.

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