Pulwama Attack: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पुलनामा हमले में शहीद हुए सैनिकों की पत्नियों से बदतमीजी के मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मंगलवार (7 मार्च) को फोन पर बात की. गहलोत ने राजनाथ सिंह को भरोसा दिलाया कि पूरे मामले में कार्रवाई होगी. किसी को भी नहीं छोड़ा जाएगा. 


दरअसल हाल ही में पुलवामा अटैक में जान गंवाने वाले जवानों की पत्नियां प्रदर्शन कर रही थीं. इस दौरान वो सीएम अशोक गहलोत से मिलना चाहती थीं लेकिन इस दौरान पुलिसकर्मियों ने उनको घसीटा और बदतमीजी की. महिलाओं का आरोप है कि सरकार ने अपने किए वादे और उनकी मांगें पूरी नहीं की. 


क्या मांग है? 


पत्नियों ने मांग की है कि स्कूल, गलियों और सड़कों के नाम उनके पुलवामा हमले में शहीद हुए सैनिकों के नाम पर रखे जाएं. आरोप लगाया कि सरकार हमारी मांगें नहीं मान रही है. इसको लेकर राजस्थान सरकार की निंदा हो रही है. बता दें कि पुलवामा अटैक में सीआरपीएफ के 40 सैनिकों की जान गई थी. 






मामला क्या है? 


फरवरी 2019 में पुलवामा हमले में शहीद हुए 40 सीआरपीएफ जवानों में से एक रोहिताश लांबा की पत्नी मंजू का कहना है कि राजस्थान सरकार ने अपने वादे पूरे नहीं किए हैं. उन्होंने बताया कि हमसे कहा गया था कि सरकारी नौकरी सहित अन्य लाभ दिए जाएंगे, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. वहीं मधुबाला ने कहा कि उनसे कहा गया था कि सांगोद के अदालत चौराहा में उनके पति की एक मूर्ति स्थापित की जाएगी और लेकिन ऐसा नहीं हुआ. 


इस पूरे मामले को लेकर राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम और कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने विरोध कर रही महिलाओं से मिलने के बाद कहा था कि जनता राजनीति में सबसे ऊपर है. लोग जो चाहते हैं वो ही होगा. 


ये भी पढ़ें- Pulwama Type Suicide Attack: पुलवामा के 10 दिन बाद ही फिर वैसा हमला करना चाहते थे आतंकी! पूर्व सैन्य अधिकारी की किताब में खुलासा