नई दिल्ली: पुलवामा हमले की पहली बरसी के दिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गंभीर सवाल खड़े कर दिए. राहुल ने सुबह सुबह ही ट्वीट करके पुलवामा हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के साथ ही मोदी सरकार से तीन सवाल कर दिए. इसके बाद राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया. उन्होंने पहला सवाल किया कि पुलवामा हमले से सबसे ज्यादा फायदा किसको हुआ. दूसरा कि जांच का नतीजा क्या निकला और तीसरा कि सरकार में इतने बड़ी सुरक्षा चूक के लिए किसकी जिम्मेदारी तय की गई.
राहुल गांधी के इस ट्वीट के बाद बीजेपी ने उनपर हमले शुरू कर दिए. बीजेपी के तममात नेताओं ने राहुल गांधी पर पलटवार करते उनके इस बयान कि निंदा की और इसे देश विरोधी करार दिया. बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने तो यहां तक कह दिया कि अगर कोई राहुल गांधी से पूछे कि इंदिरा गांधी और राहुल गांधी की मौत का राजनीतिक फायदा किसको हुआ तो कैसा लगेगा?
इसपर कांग्रेस प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस को बीजेपी से देशभक्ति का सर्टिफिकेट नहीं चाहिए. जब मोदीजी ने 26/11 आतंकी हमले के बाद घटनास्थल पर जा कर सवाल खड़ा किया था तब क्या हमने उन्हें राष्ट्रविरोधी कहा था? वो सवाल करें तो देशभक्ति, हम करें तो राष्ट्रविरोधी, ये कैसे?
जयवीर शेरगिल ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने हर चुनावी सभ में पुलवामा हमले का राजनतिक फायदा उठाने की कोशिश की थी ये सच्चाई है. उन्होंने कहा कि हम तो पूछेंगे कि आखिर पुलवामा हमले के लिए आरडीएक्स कहां से आया और जांच का आखिर क्या हुआ.
राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के जवाब में सरकार के उच्च सूत्रों ने पुलवामा हमले में अबतक की कार्रवाई की पूरी जानकारी एबीपी न्यूज़ से साझा की. अभी तक की कार्रवाई के मुताबिक एनआईए की अब तक की जांच में दोषी पाए गए कई आरोपी मारे जा चुके हैं. इनके नाम हैं मुदस्सिर खान, कारी यासिर, कामरान भट्ट, सज्जाद भट्ट और आदिल अहमद डार.
मुदस्सिर खान को 10 मार्च 2019 को मारा गया था. कामरान को 29 मार्च 2019 को मार गिराया गया. सज्जाद भट्ट को 18 जून 2019 को मारा गया. कारी यासिर को 25 जनवरी 2020 को मारा गया था. पुलवामा हमले की जांच के दौरान मिली जानकारियों के आधार पर एक और बड़े हमले को रोका जा सका था और आठ आतंकी इस मामले में पकड़े गए. आठों आतंकी तिहाड़ जेल में कैद हैं. इन कार्रवाई की मदद से कश्मीर में जैश-ए-मोहम्मद के मॉड्यूल को तोड़ने में बड़ी कामयाबी भी मिली है.