पुलवामा हमला: NIA ने सातवें आरोपी बिलाल अहमद को किया गिरफ्तार, आतंकियों को लॉजिस्टिक सपोर्ट देने का है इल्ज़ाम
बिलाल अहमद पुलवामा के काका पूरा का रहने वाला है. उसे पूछताछ के लिए 10 दिनों की रिमांड पर लाया गया है. उस पर इस हमले में शामिल आतंकवादियों को लॉजिस्टिक सपोर्ट देने का आरोप है.
नई दिल्ली: पुलवामा आतंकवादी हमले के मामले में एनआईए ने सातवें आरोपी के तौर पर बिलाल अहमद को गिरफ्तार किया है. बिलाल अहमद ही वह शख्स है, जिसके मोबाइल से पुलवामा हमले के आत्मघाती आदिल डार का वीडियो रिकॉर्ड किया गया था. पिछले वर्ष मार्च महीने में यह आत्मघाती हमला सीआरपीएफ की कॉनवॉय पर किया गया था. इस हमले को अंजाम देने वाले आतंकवादियों को सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में मार गिराया था और उनका साथ देने वालों की धरपकड़ अभी भी जारी है.
बिलाल अहमद पुलवामा के काका पूरा का रहने वाला है. उसे पूछताछ के लिए 10 दिनों की रिमांड पर लाया गया है. उस पर इस हमले में शामिल आतंकवादियों को लॉजिस्टिक सपोर्ट देने का आरोप है. एनआईए के एक आला अधिकारी ने बताया कि पिछले दिनों गिरफ्तार आतंकवादी से पूछताछ के आधार पर तथा सामने आए तथ्यों को देखते हुए बिलाल अहमद को गिरफ्तार किया गया. उसे जम्मू कश्मीर की विशेष एनआईए अदालत के सामने पेश किया गया, जहां से उसे पूछताछ के लिए 10 दिन के रिमांड पर लाया गया है.
एनआईए अधिकारी के मुताबिक अब तक की जांच के दौरान पता चला है कि बिलाल अहमद ने पुलवामा हमले में शामिल आतंकियों को सपोर्ट के अलावा रहने की जगह भी मुहैया कराई थी, इसके अलावा उसने इन आतंकवादियों को आतंकी संगठनों का साथ देने वाले दूसरे ओवरग्राउंड वर्करों से मिलवाया था, जिन्होंने इन आतंकवादियों को अपने घर में शरण दी थी और जहां पुलवामा अटैक की पूरी साजिश रची गई थी. एनआईए के मुताबिक बिलाल अहमद ने इसके अलावा आतंकवादियों को एक हाई फ्रिकवेंसी मोबाइल भी उपलब्ध कराया था, जिसके जरिए आतंकवादियों ने पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं से बात की थी और उनसे आगे की गाइडलाइन ली थी, इसी मोबाइल के जरिए इस पुलवामा हमले में आत्मघाती आतंकवादी आदिल डार का वीडियो भी बनाया गया था.
ध्यान रहे कि हमले के बाद आदिल डार का यह वीडियो सोशल मीडिया पर भी आया था. पुलवामा हमले में 40 सीआरपीएफ कर्मियों की मौत हो गई थी और आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद ने इसकी जिम्मेदारी ली थी. इस मामले में अब तक एनआईए कुल 7 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. जांच एजेंसी को उम्मीद है कि बिलाल अहमद की गिरफ्तारी से आतंकवादियों के ओवरग्राउंड नेटवर्क का और बड़ा खुलासा हो सकेगा, जिससे यह पता चल सकेगा कि कौन कौन शख्स आतंकवादियों का छुपे तौर पर साथ दे रहा है या फिर किस लालच में साथ दिया जा रहा है, बिलाल अहमद से एनआईए मुख्यालय में पूछताछ जारी है.
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