नई दिल्ली: 14 फरवरी 2019 में हुए पुलवामा अटैक मामले में एनआईए ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनके नाम वजीर उल इस्लाम और मोहम्मद अब्बास बताए गए हैं. इनमें से एक श्रीनगर और दूसरा पुलवामा का रहने वाला है. इन दोनों पर आरोप है कि उन्होंने आतंकवादियों को विस्फोटक और रहने की जगह मुहैया कराई. इस मामले में अब तक कुल पांच लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं.
एनआईए के मुताबिक इस मामले में गिरफ्तार तीन लोगों की पूछताछ के दौरान मोहम्मद वजीर उल इस्लाम का नाम सामने आया था. आरंभिक पूछताछ के दौरान पता चला कि इनमें वजीर उल इस्लाम ने अपने अमेज़न ऑनलाइन शॉपिंग अकाउंट के जरिए आईडी बनाने वाला विस्फोटक खरीदा था. साथ ही उसने यह विस्फोटक आतंकियों तक पहुंचाया था. पूछताछ के दौरान पता चला है कि उसने यह खरीदारी पाकिस्तानी आतंकवादी के कहने पर की थी.
इस मामले में दूसरे आरोपी मोहम्मद अब्बास पर आरोप है कि वह जैश-ए-मोहम्मद का पुराना ओवरग्राउंड वर्कर है. उसने इस हमले में आईईडी बनाने वाले आतंकवादी को साल 2018 में अपने घर पर शरण दी थी. इसके अलावा उसने इस मामले में शामिल जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों आदिल अहमद डार, समीर अहमद डार और पाकिस्तानी आतंकवादी कामरान को भी कई बार अपने घर में शरण दी थी.
ध्यान रहे कि पुलवामा हमले के पहले ही आतंकवादी अलग-अलग ठिकानों पर छुप कर रह रहे थे और इन्हें पुलवामा के रहने वाले तारिक और उसकी बेटी इंशा जान ने भी अपने घर में शरण दी थी. एनआईए पिता-पुत्री को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है.
एनआईए के मुताबिक आज गिरफ्तार दोनों आरोपियों को शनिवार को जम्मू स्थित एनआईए की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा. जहां से पूछताछ के लिए उन्हें रिमांड पर लाया जाएगा. गौरतलब है कि फरवरी 2019 में पुलवामा में आतंकवादियों ने सीआरपीएफ के काफिले पर आत्मघाती हमला किया था. इसमें 40 से ज्यादा सीआरपीएफ कर्मी शहीद हो गए थे. एनआईए इस मामले में अब तक कुल पांच लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है.
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