नई दिल्ली: पुलवामा आतंकी हमले के गुनहगारों को शह देने वाले पाकिस्तान ने एक बार फिर झूठ बोला है. पाकिस्तान ने कहा कि पुलवामा हमले को लेकर 54 लोगों के खिलाफ जांच की जा रही है लेकिन अभी तक हमले से किसी के संबंध के बारे में पता नहीं चला है. पाकिस्तान ने कहा, ''भारत ने जिन 22 स्थानों के बारे में बताया है वहां पर कोई आतंकवादी शिविर नहीं है, अनुरोध करने पर यात्रा की अनुमति देने के लिए तैयार हैं.''
बुधवार को पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने कहा था, ‘‘हमने इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए भारत से और जानकारी/सबूत मांगे हैं.’’ विदेश कार्यालय ने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत द्वारा सबूत दिए जाने पर जांच में सहयोग की पेशकश की थी.
भारत ने 27 फरवरी को नई दिल्ली में पाकिस्तान के कार्यवाहक उच्चायुक्त को डोजियर सौंपा था. इस डोजियर में पुलवामा हमले में जैश-ए-मोहम्मद की संलिप्तता का सबूत था.
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पिछले महीने 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में CPRF के काफीले पर आतंकी हमला हुआ था, जिसमें 40 जवान शहीद हुए थे. हमले के ठीक बाद पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद ने खुद कबूल किया था कि हमले को उसकी तरफ से अंजाम दिया गया है. भारत ने भी हमले में पाकिस्तानी आतंकियों के हाथ होने के सबूत दिये.
साथ ही भारत ने पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए बालाकोट में जैश ए मोहम्मद के ठिकानों को तबाह कर दिया. जिसके बाद भड़के पाकिस्तानी वायुसेना ने भारतीय सीमा में दाखिल होने की कोशिश की.
भारत ने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी वायुसेना के एफ-16 विमान को मार गिराया. यही नहीं पाकिस्तान के खिलाफ भारत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर घेराबंदी की.