इस्लामाबाद: एक तरफ आतंकियों के हैंडलर पाकिस्तान में बैठकर भारत और भारतीय जवानों पर हमला करवा रहा है तो दूसरी तरफ पाकिस्तान इस तरह की किसी भी घटना में अपनी जमीन का इस्तेमाल होने की बात से साफ इंकार कर रहा है. तमाम सबूत मिलने के बाद भी पाकिस्तान दुनिया की आंखों में धूल झोंकने से बाज नहीं आ रहा है. एक बार फिर पाकिस्तान ने कहा है कि पुलवामा में हुए आतंकी हमले में भारत और भारतीय मीडिया हमारे ऊपर बिना किसी जांच के आरोप लगा रही है जो कि सही नहीं है.
पाकिस्तान ने कहा, ''हम बिना किसी जांच के हमले का संबंध पाकिस्तान से जोड़ने के भारतीय मीडिया और सरकार के किसी भी आरोप को खारिज करते हैं.'' हमले पर चिंता जताते हुए पाकिस्तान ने कहा, ''जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकवादी हमला गंभीर चिंता का विषय है.''
जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद ने विस्फोटकों से लदे एक वाहन को सीआरपीएफ की एक बस से टकरा दिया जिससे 37 जवान शहीद हो गए.
हमले के बाद पाकिस्तान सरकार ने एक बयान में कहा कि कश्मीर के पुलवामा में हमला एक गंभीर चिंता का विषय है. बयान में कहा गया कि पाकिस्तान ने दुनिया के किसी भी हिस्से में हिंसा की कार्रवाई की हमेशा निंदा की है.
वहीं भारत ने पुलवामा आतंकवादी हमले को लेकर पाकिस्तान की निंदा की और पड़ोसी मुल्क से आतंकवादियों को सहयोग देना बंद करने तथा उसकी जमीन से संचालित हो रहे आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद करने की मांग की है.
आतंकी हमले पर अमेरिका ने क्या कहा
वहीं इस हमले को लेकर अमेरिका के राजदूत केनेथ जस्टर ने ट्वीट कर कहा, ''भारत में अमेरिकी दूतावास जम्मू कश्मीर में बृहस्पतिवार के आतंकी हमले की कड़ी निंदा करता है. पीड़ितों के परिवारों के प्रति हम शोक संवेदना व्यक्त करते हैं.''
आतंकी हमले पर रूस का बयान
रूस ने आतंकी हमले की निंदा की और बिना किसी दोहरे मानदंड के एक निर्णायक और सामूहिक प्रतिक्रिया के साथ ऐसे ''अमानवीय कृत्यों' का सामना करने की जरूरत पर जोर दिया.
फ्रांस और जर्मनी ने की निंदा
भारत में फ्रांस के राजदूत अलेक्जेंड्रे जिगलर ने कहा कि फ्रांस जम्मू-कश्मीर में हुए जघन्य हमले की कड़ी निंदा करती है. जर्मनी ने जघन्य आतंकी हमले की निंदा की और कहा वह अपने रणनीतिक सहयोगी भारत के साथ खड़ा है. आस्ट्रेलिया, तुर्की और चेक गणराज्य ने भी आतंकवादी हमले की निंदा की है.
भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश, भूटान, श्रीलंका और मालदीव ने भी एकजुटता व्यक्त की है और संयुक्त रूप से आतंकवाद के खतरे का सामना करने का संकल्प जताया. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की और हमले के पीछे के लोगों को न्याय के दायरे में लाने की अपील की.
जम्मू कश्मीर पुलिस ने पुलवामा हमले से दो दिन पहले ट्वीटर पर जैश की धमकी साझा की थी
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