पुलवामा हमले से एंटीलिया केस तक: NIA में लंबा समय बिताने वाले आईजी अनिल शुक्ला का अंडमान निकोबार हुआ ट्रांसफर
अनिल शुक्ला एनआईए में मुंबई का एंटीलिया कांड की जांच का काम देख रहे थे और एनआईए में अपना समय पूरा करने के बाद वापस दिल्ली पुलिस लौटे थे.
![पुलवामा हमले से एंटीलिया केस तक: NIA में लंबा समय बिताने वाले आईजी अनिल शुक्ला का अंडमान निकोबार हुआ ट्रांसफर Pulwama attack to Antilia case: IG Anil Shukla, who spent a long time in NIA, was transferred to Andaman Nicobar पुलवामा हमले से एंटीलिया केस तक: NIA में लंबा समय बिताने वाले आईजी अनिल शुक्ला का अंडमान निकोबार हुआ ट्रांसफर](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2021/04/27/c48349770317443dfbfdb0a02ea77897_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) की प्रतिनियुक्ति से वापस दिल्ली पुलिस लौटे आईजी अनिल शुक्ला का ट्रांसफर अंडमान निकोबार द्वीप कर दिया गया है. अनिल शुक्ला एनआईए में मुंबई का एंटीलिया कांड की जांच का काम देख रहे थे और एनआईए में अपना समय पूरा करने के बाद वापस दिल्ली पुलिस लौटे थे. इसके साथ ही सरकार ने दिल्ली पुलिस में 5 और अफसरों का स्थानांतरण किया है.
केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से जारी आदेश के मुताबिक, 1996 बैच के आईपीएस अधिकारी अनिल शुक्ला को वापस कैडर में आने के बाद अंडमान निकोबार दीप समूह मैं तैनात किया गया है जबकि अंडमान निकोबार में तैनात 1998 बैच के आईपीएस संजय कुमार को वापस दिल्ली भेजा गया है.
ध्यान रहे कि अनिल शुक्ला दिल्ली में विभिन्न पदों पर तैनात रहे थे और इसके बाद में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी चले गए थे. जहां उन्होंने अनेक आतंकवादी मामलों की जांच की थी, जिनमें बहुचर्चित पुलवामा आतंकवादी हमला भी शामिल है जिसमें सीआरपीएफ के 40 से ज्यादा जवान मारे गए थे. इसके अलावा उन्होंने जम्मू कश्मीर टेरर फंडिंग से संबंधित मामले की जांच भी की थी. इस मामले की जांच के दौरान जम्मू कश्मीर के अनेक नेता और आतंकवादी तिहाड़ जेल भेज दिए गए थे जिनमें से अनेक अभी भी तिहाड़ जेल में ही मौजूद हैं.
इसके अलावा जम्मू कश्मीर के कुछ पुलिस अधिकारियों आतंकवादी गठजोड़ के मामले की जांच भी अनिल शुक्ला के नेतृत्व में की गई थी. एनआईए में 6 साल पूरे होने के बाद उन्होंने वापस दिल्ली पुलिस लौटने का फैसला लिया था और उनके कार्यकाल के अंतिम दिनों में एनआईए ने उन्हें मुंबई के बहुचर्चित एंटीलिया कांड के मामले की जांच सौंप दी थी. इस मामले में मुंबई पुलिस के इंस्पेक्टर सचिन वाजे को अनिल शुक्ला के निर्देशन में ही गिरफ्तार किया गया था और इस मामले की जांच के दौरान महाराष्ट्र के केंद्रीय गृह मंत्री अनिल देशमुख को इस्तीफा भी देना पड़ा था. कार्यकाल पूरा होने के बाद अनिल शुक्ला ने वापस केंद्रीय गृह मंत्रालय को रिपोर्ट किया, जहां से उन्हें नई पोस्टिंग के तहत अंडमान निकोबार जाने के आदेश जारी किए गए हैं.
इसके साथ ही दिल्ली पुलिस में अन्य अधिकारियों के भी ट्रांसफर पोस्टिंग आदेश जारी किए गए हैं. दिल्ली सरकार के गृह विभाग की तरफ से जारी आदेशों के मुताबिक 2003 बैच के आईपीएस अधिकारी Nabam गुंगटे को दिल्ली पुलिस की सशस्त्र शाखा में संयुक्त आयुक्त के पद पर तैनात किया गया है. इसी प्रकार 2017 बैच के आईपीएस सचिन सिंघल को पदोन्नत होने पर उपायुक्त सुरक्षा के पद पर तैनात किया गया है. बाहर से ट्रांसफर होकर आए 2009 बैच की दानिप्स अधिकारी किशन मीणा को अतिरिक्त उपायुक्त पुलिस कंट्रोल रूम लाया गया है जबकि 2009 बैच के पवन कुमार को अतिरिक्त उपायुक्त सुरक्षा प्रधानमंत्री सुरक्षा के पद से हटाकर अतिरिक्त उपायुक्त दक्षिणी जिला पद पर भेजा गया है.
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