सेना की अपील- अपने बच्चों को सरेंडर के लिए कहें कश्मीरी माता-पिता, नहीं तो मार गिराएंगे
ढिल्लों ने यह भी कहा, ‘’हम सरेंडर करनेवालों के लिए कई तरह के अच्छे कार्यक्रम चला रहे हैं, लेकिन आतंकी वारदातों में शामिल रहनेवालों के लिए कोई रहमदिली नहीं दिखाई जाएगी.’’
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आंतकी हमले के बाद सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पहली बार साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में सेना की श्रीनगर स्थित 15वीं कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लों ने कश्मीरी युवकों के आतंकी संगठन में शामिल होने को लेकर उनके माता-पिता से बड़ी अपील की है. ढिल्लों ने कहा है कि कश्मीरी माता-पिता अपने बच्चों को सरेंडर करने के लिए कहें. अगर वह सरेंडर नहीं करेंगे तो हम उन्हें मार गिराएंगे.
100 घंटों के अंदर आतंकियों को मार गिराया- सीआरपीएफ
प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरूआत में सीआरपीएफ के आईजी ने हमले में शहीद सभी जवानों को श्रद्धांजलि दी और उनके साहस को सलाम किया. उन्होंने कहा कि सुरक्षाबलों ने आतंकी हमले के 100 घंटों के अंदर आतंकियों को मार गिराया. इस मुठभेड़ में जैश के तीन कमांडर ढेर हुए हैं. हालांकि उन्होंने इस हमले में और कौन शामिल थे और क्या प्लान थे? यह शेयर करने से इनकार कर दिया.
'आतंकी वारदातों में शामिल होनेवालों के लिए कोई रहमदिली नहीं'
केजेएस ढिल्लों ने कहा, ‘’जम्मू-कश्मीर की माताएं अपने बेटों से कहें कि आतंक का दामन छोड़कर मुख्यधारा की तरफ लौटें. अगर ऐसा नहीं होता तो उन्हें नहीं बख़्शा जाएगा.’’ ढिल्लों ने यह भी कहा, ‘’हम सरेंडर करनेवालों के लिए कई तरह के अच्छे कार्यक्रम चला रहे हैं, लेकिन आतंकी वारदातों में शामिल रहनेवालों के लिए कोई रहमदिली नहीं दिखाई जाएगी.’’
शहीदों के परिवार अपने को अकेले न समझें- सीआरपीएफपुलवामा हमले पर सुरक्षाबलों की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस LIVE https://t.co/8P18eBNcyl
— ABP न्यूज़ हिंदी (@abpnewshindi) February 19, 2019
केजेएस ढिल्लों ने कहा, ‘शहीद हुए जवानों के परिवार अपने को अकेले न समझें. हम हर वक्त आपके साथ खड़े हैं. देश में पढ़ने वाले कश्मीरी छात्रों के लिए भी हम हेल्पलाइन चला रहे हैं, ताकि उन्हें किसी मुश्किल स्थिति का सामना न करना पड़े.’’
10 महीने पहले ही जैश में शामिल हुआ था पुलवामा हमले को अंजाम देने वाला आदिल अहमद
बता दें कि पुलवामा में आतंकी हमले को अंजाम देने वाला जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी आदिल अहमद पुलवामाके गुंडीबाग काकपोरा का ही रहने वाला था. ये जगह हमले की जगह से 10 किलोमीटर दूर है. आतंकी आदिल की उम्र सिर्फ 21 साल थी. तीन बार फेल होने के बाद दसवीं पास करने वाला आदिल अहमद कश्मीर में अल-कायदा के आतंकी जाकिर मूसा से बहुत प्रभावित था. उसने 10 महीने पहले ही जैश ज्वाईन किया था.
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