India Book of Records: 4 साल के बच्चे ओजस ने रचा इतिहास, तेज दिमाग के दम पर बनाए दो रिकॉर्ड
Maharashtra News: ओजस की सफलता से उनके माता-पिता काफी खुश हैं. वहीं, ओजस की प्रतिभा को देखकर डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने परिवार को बधाई दी है.
Ojas created history: महाराष्ट्र के पुणे के रहने वाले ओजस दीपक धबाडे ने महज 4 साल की उम्र में कीर्तिमान हासिल कर लिया है. अपने तेज दिमाग के दम पर उसने दो-दो रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज कर लिए हैं. ओजस ने भारतीय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के वाहन पंजीकरण कोड (RTO नंबर) को याद करने में सबसे तेज और सबसे कम उम्र के बच्चे होने का रिकॉर्ड बनाया.
उन्हें इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और वर्ल्ड वाइड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स से सम्मानित किया गया है.इस रिकॉर्ड को देख उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के तरफ से ओजस के परिवार को बधाई का पत्र भी भेजा गया है.
पेरेंट्स भी हैं खुश
ओजस ने 31 दिसंबर 2022 को 4 साल, 2 महीने और 24 दिनों की उम्र में 28 भारतीय राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों के 36 वाहन पंजीकरण कोड को केवल 41 सेकंड में याद किया. ओजस की कामयाबी से उनके पिता दीपक धबाडे काफी खुश हैं. दीपक ने एबीपी न्यूज से बातचीत में बेटे की सफलता की पूरी कहानी बताई.
उन्होंने बताया, "ओजस का जन्म 17 अक्टूबर 2018 में हुआ था. फिलहाल वह लोअर के जी (LKG) की पढ़ाई कर रहा है. ओजस के जन्म के बाद माता सुषमा और पिता दीपक ने ओजस में एक अनोखी दिलचस्पी देखी जहां वह हर चीज जल्दी समझ लेता था और कई सवाल भी पूछा करता था. जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है. बता दें कि ओजस का जन्म 7 अक्टूबर 2018 को हुआ था.
दीपक ने बताया, "आम तौर पर हम जब बच्चों को सुला नहीं पाते हैं तब उन्हें फोन या टीवी देखने दे देते हैं, लेकिन हमने ऐसा नहीं किया. हमने ओजस को ABCD और लोरियों के सहारे व्यस्त रखा. 2020 में कोरोना के कारण हम अपने गांव कर्नाटक में चले गए जिसके बाद हमने ओजस को सिखाना शुरू किया."
4 वर्ष की उम्र में बनाए दो रिकॉर्ड्स
ओजस के पिता दीपक ने बताया, "2.5 साल की उम्र में ओजस ने स्लेट पर लिखना शुरू किया था. आम बच्चों के तुलना में ओजस काफी जल्दी सब सीख जाता था. 2021 में 2.5 साल की उम्र में ओजस को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स का पहला रिकॉर्ड मिला. जिसमें उसने 1 से लेकर 100 की गिनती उल्टी बोली, वो भी काफी तेज. उसी के साथ-साथ केवल 16 सेकंड में A से लेकर Z तक उल्टी ABCD सुनाई. यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है. उसके बाद 15 अगस्त 2022 को वंदे मातरम का गाना रिकॉर्ड किया, जो हमने PMO ऑफिस में भेजा."
कैसे सीखा आरटीओ कोड?
आरटीओ कोड सीखने के बारे में पिता दीपक ने बताया, "दो महीने पहले ओजस अपनी मां के साथ साइकिल की सैर पर था तब उसने गाड़ी पर लिखे नंबर को देखा और मां से पूछा के यह 'MH' क्या होता है? हमने उसे बताया कि MH, राज्य का आरटीओ कोड है जो हर राज्य को दिया जाता है. जिसके बाद उसे एक-दो और ऐसे राज्य के कोड बताए."
ओजस के पिता बताते हैं कि अगले दिन वही कोड याद कर उसने एक और कोड पूछा, फिर अगले दिन और पूछा. यह दिलचस्पी देख हमने निर्णय लिया की ओजस को पूरे आरटीओ कोड की जानकारी देंगे. फिर हमें जानकारी भी मिली कि 14-15 साल के बच्चे ने 48 सेकंड में यह रिकॉर्ड बनाया था, जिसके बाद हमने सोचा के यह रिकॉर्ड हम मिलकर तोड़ेंगे.
दूसरा रिकॉर्ड कैसे मिला?
उन्होंने बताया, "ओजस को ज्यादा अच्छे से समझाने के लिए अगले दिन RTO कोड का प्रिंट-आउट दिया. हर दिन एक-एक आरटीओ का कोड सिखाते थे. इस प्रक्रिया में केवल हम ही नहीं, ओजस भी मेहनत करता था. दिसंबर महीने के अंत में हमने 41 सेकंड का वीडियो बनाया जिसमें उसने 28 राज्य और 7 यूनियन टेरिटरी के नाम बताए.
सबूत के लिए फ्रंट और बैक साइड का वीडियो बनाना होता है. हमने दोनों विडियोज इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और वर्ल्ड वाइड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स को भेजा. जिसके बाद हमारा नाम आया और आज मेरे 4 साल के बेटे के नाम पर दो रिकॉर्ड दर्ज हैं."
क्या ओजस पर दबाव डाला गया?
ओजस पर दबाव पर डालने के सवाल पर ओजस के पिता दीपक ने बताया, "वह और उनकी पत्नी दोनों इंजीनियर है. पूरा दिन दोनों अपने काम में व्यस्त रहते हैं, लेकिन ओजस ज्यादा से ज्यादा सवाल पूछता रहता है." बेटे की सफलता पर उन्होंने कहा, "हमें पैसों की जरूरत नहीं है हम सक्षम है. हमें अपने बेटे के इस जीत जो देख कर बेहद खुशी होती है. हमने कभी उसे अच्छा परफॉर्म करने के लिए दबाव नहीं डाला है." ओजस के इस रिकॉर्ड को देख उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के तरफ से भी परिवार को बधाई मिली है.