मुंबई: फौज में भर्ती होने के लिए ट्रेनिंग अकेडमी चलाने वाले शख्स को पुणे पुलिस ने डिफेंस की फर्जी वेबसाइट बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया है. पुणे पुलिस ने बताया कि उन्हें कुछ दिनों पहले पुणे में स्थित मिलिट्री इंटेलिजेंस के दक्षिणी कमांड (लाइजनिंग यूनिट) ने जानकारी दी थी कि किसी शख्स ने डिफेंस की फर्जी वेबसाइट बनाई है.
मिलिट्री इंटेलिजेंस की जानकारी के मुताबिक फर्जी वेबसाइट बनाने वाला शख्स उस वेबसाइट पर फौज में भर्ती के फर्जी इश्तिहार भी पोस्ट करता था और जिन बच्चों को फौज में जाने का सपना होता था, उन्हें नौकरी दिलवाने का लालच देकर उनसे लाखों रुपये ऐंठता था.
इस जानकारी के मिलने के बाद पुणे पुलिस कमिश्नर अमिताभ गुप्ता ने क्राइम ब्रांच की टीम को जांच का जिम्मा सौंपा. जांच के दौरान टेक्निकल एविडेंस को एनालाइज करने के बाद टीम ने भारत कृष्णा काटे नाम के शख्स को सोलापुर इलाके से गिरफ्तार किया.
पूछताछ में पता चला कि काटे खुद का एक एकेडमी चलाता है, जहां वो बच्चों को फौज में कैसे भर्ती होते हैं, उसकी ट्रेनिंग देता था. काटे ने पूछताछ में बताया कि उसके पास आने वाले विद्यार्थियों को वो फौज में नौकरी दिलवाने के नाम पर 6 लाख रुपये की मांग करता था, तो भारतीय रेलवे में टिकट चेकर की नौकरी दिलवाने के लिए 7 लाख की मांग करता था.
जिस भी उम्मीदवार को नौकरी लेने में रुचि होती थी उनसे वो थोड़े थोड़े पैसे लेता था. इसके बाद वो उन उम्मीदवारों को अपने गैंग के लोगों के पास मेडिकल के लिए दिल्ली, झांसी, रांची, लखनऊ , जबलपुर भेजता था और पास होने पर उनकी लिस्ट अपने फर्जी वेबसाइट पर पोस्ट करता था. इतना ही नहीं उन्हें नौकरी मिलने का फर्जी अपॉइंटमेंट सर्टिफिकेट भी देता था.
पुणे पुलिस को एक ऐसा उम्मीदवार भी मिला जिससे इस गैंग ने थोड़े थोड़े करके 13 लाख 50 हजार रुपये लिए थे. पुलिस अब और भी उम्मीदवारों की तलाश में हैं, जिसके पैसे इस गैंग ने ऐंठे हैं.
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