नई दिल्ली: पुणे की एडवंचरिस्ट शीतल राणे ने थाइलैंड में एक खास रिकॉर्ड अपने नाम किया है. शीतल भारत की पहली महिला बन गईं हैं जिन्होंने नऊवारी साड़ी पहनकर स्काइ डाइव जैसे मुश्किल करतब को अंजाम दिया है. उन्होंने यह रिकार्ड सोमवार को थाइलैंड के पटाया में बनाया.

इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए शीतल ने कहा कि स्काइ डाइव के लिए यह बेहतरीन मौसम है. उनका मानना था कि दुनिया के सबसे मशहूर टूरिस्ट रिजॉर्ट से दो बार स्काइ डाइव करना अच्छे मौसम की वजह से ही संभव हो पाया. उन्होंने कहा, ‘मैं अगले महीने महिला दिवस को देखते हुए कुछ अलग करना चाहती थी इसलिए मैंने महाराष्ट्र की मशहूर नऊवारी साड़ी पहन कर स्काइ डाइव करने का फैसला किया.


इस खास रिकॉर्ड को अपने नाम करने का बाद अपने अनुभव को शेयर करते हुए उन्होंने कहा कि रेग्युलर इंडियन साड़ी के मुकाबले 8.25 मीटर की नऊवारी-साड़ी को पहनना अपने आप में एक चैलेंज था. उन्होंने कहा कि पहले तो साड़ी पहनना और फिर स्काइ डाइव की सुरक्षा उपकरण को पहनना काफी मुश्किल था. राणे महाजन ने बताया कि पहली छलांग में वो डरी हुई थीं, लेकिन वो सुरक्षित लैंड करने में कामयाब रहीं.


शीतल ने इस खास रिकॉर्ड को अपने नाम करने के पीछे की तैयारियों का खुलासा करते हुए बताया कि उन्हें साड़ी और सुरक्षा उपकरण को एक साथ पहनने के लिए काफी तैयारियां करनी पड़ीं. उन्होंने साड़ी के बारे में बात करते हुए कहा कि भारत में आमतौर पर भारतीय महिलाएं जिस तरह से साड़ियां पहनती हैं वह बेहद आसान है, लेकिन जैसे उन्होंने नऊवारी साड़ी पहना वह बेहद अलग और मुश्किल काम था.


35 साल की शीतल ने कहा, ‘मैं साबित करना चाहती थी कि भारतीय महिलाएं सिर्फ आम जिंदगी में साड़ियां नहीं पहनती हैं बल्कि ऐसे मौकों पर भी साड़ी पहन कर स्काइ डाइव कर सकती हैं’. बता दें कि शीतल को रविवार को ही यह कारनामा करना था लेकिन तेज बारिश के कारण उन्हें अपना कार्यक्रम रद्द करना पड़ा. बता दें कि पद्मश्री विजेता शीतल राणे महाजन ने 18 राष्ट्रीय स्काइडाइविंग, छ: अंतर्राष्ट्रीय और कई छोटे बड़े रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं.