तरनतारन: पंजाब के तरनतारन में पुलिस और निहंगों की झड़प के बाद दो निहंगों की मौत हो गई है. वहीं, दो एसएचओ जख्मी हो गए हैं. तरनतारन के भिखिविंड गांव में पुलिस की टीम हत्या के एक मामले में तफ्तीश करने पहुंची थी. पुलिस के मुताबिक तफ्तीश के दौरान दो निहंगों ने टीम पर हमला कर दिया. बचाव में पुलिस ने गोली चलाई, जिसमें दोनों निहंग मारे गए.
निहंगों पर नांदेड़ में बाबा संतोख सिंह की हत्या का आरोप
दोनों निहंगों पर महाराष्ट्र के नांदेड़ में बाबा संतोख सिंह की हत्या का आरोप था. एसपी जगजीत वालिया ने बताया है कि घायल पुलिसकर्मियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है.
बार-बार होती घटनाओं से वर्दी की सुरक्षा पर सवाल
बता दें कि पिछले साल अप्रैल में भी पुलिस अधिकारी पर निहंग के हमले की तस्वीरें सामने आई थीं. पटियाला में एक निहंग ने गाड़ी रोकने पर थानेदार का तलवार से हाथ काट दिया था. बार-बार होती ऐसी घटनाओं ने वर्दी की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
कौन होते हैं निहंग सिख?
निहंगों को उनके आक्रामक व्यक्तित्व के लिए जाना जाता है. परंपरागत हथियार रखने वाले सिखों को ही निहंग सिख माना जाता है. कहा जाता है कि ऐसे सिख पूर्ण रूप से दसम गुरुओं के आदेशों के लिए हर समय तत्पर रहते हैं. दसम गुरुओं के काल में ये सिख गुरु साहिबानों के प्रबल प्रहरी होते थे. इन सिखों के बारे में ये भी बताया जाता है कि सिख धर्म पर हमला हो जाए तो ये निहंग सिख उस समय अपनी जिंदगी की परवाह किए बिना "सिख" और "गुरु ग्रंथ साहिब" की आखिरी सांस तक रक्षा करते हैं.
अपने धर्म के लिए हर समय समर्पित होते हैं निहंग सिख
निहंग सिख अपने धर्म के लिए हर समय समर्पित होते हैं और आम सिखों को मानवता का विशेष ध्यान रखने की ओर प्रेरित करते रहते हैं., निहंग सिखों के धर्म चिन्ह आम सिखों की अपेक्षा मज़बूत और बड़े होते हैं. जन्म से लेकर जीवन के अंत तक जितने भी जीवन संस्कार होते हैं, सिख धर्म के अनुसार ये उनका प्रेम से निर्वहन करते हैं.
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