भगवंत मान सरकार का बड़ा तोहफा, पंजाब के ग्रुप सी और ग्रुप डी के 35 हजार अस्थायी कर्मचारियों होंगे परमानेंट
पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा, हमने ग्रुप सी और ग्रुप डी के 35 हजार अस्थायी कर्मचारियों को स्थायी करने का फैसला किया है. मैंने चीफ सेक्रेटरी से कहा है कि वे ऐसे कॉन्ट्रैक्ट और आउटसोर्सिंग के रिक्रूटमेंट्स बंद कर दें.
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अस्थायी कर्मचारियों के लिए बड़ी घोषणा की है. उन्होंने ऐलान किया कि 35 हजार अस्थायी कर्मचारियों को पक्का किया जाएगा. इससे ग्रुप सी और ग्रुप डी के अस्थायी कर्मचारियों को फायदा होगा, जो पंजाब में कॉन्ट्रैक्ट पर चल रहे थे. पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा, हमने ग्रुप सी और ग्रुप डी के 35 हजार अस्थायी कर्मचारियों को स्थायी करने का फैसला किया है. मैंने चीफ सेक्रेटरी से कहा है कि वे ऐसे कॉन्ट्रैक्ट और आउटसोर्सिंग के रिक्रूटमेंट्स बंद कर दें.
पंजाब के नए मुख्यमंत्री भगवंत मान जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे. भगवंत मान ने मिलने के लिए समय मांगा है. प्रदेश के नए सीएम भगवंत मान ने खुद ट्वीट कर इस बारे में जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद औपचारिक मुलाकात के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री से वक्त मांगा है. इस दौरान वो पंजाब से जुड़े कुछ मुद्दों पर भी प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से चर्चा करेंगे. पंजाब में बॉर्डर पर खासकर पाकिस्तान से ड्रग्स और हथियारों की तस्करी से निपटने की बड़ी चुनौती है.
We have decided to make 35,000 temporary employees of Group C and D permanent. I have directed Chief Secretary to end such contractual and outsourcing recruitments: Punjab CM Bhagwant Mann pic.twitter.com/Dj281SVeuK
— ANI (@ANI) March 22, 2022
इससे पहले पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने सोमवार को प्रदेश के नए मुख्यमंत्री भगवंत मान से मुलाकात की थी. दोनों नेताओं की ये मुलाकात चंडीगढ़ में हुई थी. चरणजीत सिंह चन्नी ने भगवंत मान को पंजाब विधानसभा चुनावों में जीत के लिए उन्हें बधाई भी दी. गौरतलब है कि पंजाब के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की ऐतिहासिक जीत हुई थी. पंजाब में विधानसभा की 117 सीटों में से आम आदमी पार्टी को 92 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. वही कांग्रेस को 18, बीजेपी को महज 2 सीटें मिली थीं. इसके अलावा शिरोमणि अकाली दल को 3 जबकि अन्य के खाते में 2 सीटें आईं थी.
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