चंडीगढ़: पंजाब के रूपनगर जिले में कथित तौर पर रेत खनन माफिया के लोगों ने आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक अमरजीत सिंह संदोआ पर हमला कर दिया. आप ने बताया कि स्थानीय विधायक पर उस समय हमला किया गया, जब वह नुरपूर बेदी के समीप बेनहारा गांव में अवैध रेत खनन की रिपोर्टों की पुष्टि करने गए थे.
लोहे की रॉड और लाठियों से किया हमला- पुलिस
पार्टी ने बताया कि वह अस्पताल में हैं और अब उनकी हालत स्थिर है. पुलिस ने बताया कि विधायक का सुरक्षाकर्मी, हेड कांस्टेबल सुखदीप सिंह को भी चोट आई हैं. दोनों पर लोहे की रॉड और लाठियों से हमला किया गया था. यह घटना तब हुई है जब तीन दिन पहले मोहाली जिले में कथित तौर पर रेत खनन माफिया के सदस्यों ने वन विभाग के छह अधिकारियों पर हमला किया था, जिनमें से दो की हालत गंभीर है.
घटना के बाद तीन लोग गिरफ्तार, दो फरार
हमले की वीडियो सोशल मीडिया पर आने के बाद रूपनगर पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है औ दो लोगों की तलाश जारी है. जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है उनकी पहचान जसविंदर सिंह गोल्डी, मनजीत सिंह और अमरजीत सिंह के रूप में हुई है. ये सभी बेनहारा गांव के रहने वाले हैं.
सीएम अमरिंदर ने मांगी विस्तृत रिपोर्ट
पुलिस ने बताया कि इनके पास से एक एसयूवी और 12 बोर की दो बंदूकें बरामद की गई हैं. पुलिस अभी मुख्य आरोपी अजविंदर सिंह की तलाश कर रही है. पुलिस ने कहा कि अजविंदर की आपराधिक पृष्ठभूमि है और उस पर पहले ही कई मामले चल रहे हैं. पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने रोपड़ उपायुक्त से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. विपक्षी दलों ने घटना पर आक्रोश जताया है.
आप विधायक की उछाली गई पगड़ी- पुलिस
पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता और आप के वरिष्ठ नेता सुखपाल सिंह खैरा ने कहा, ‘‘संदोआ पर खनन माफियाओं के गुंडों ने हमला किया.’’ हालांकि रूपनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज बच्चन सिंह संधू ने कहा कि अभी यह पुष्टि नहीं हुई है कि क्या यह अवैध खनन का मामला है . हत्या की कोशिश का मामला दर्ज कर लिया गया है. पुलिस ने बताया कि हमले के दौरान आप विधायक की पगड़ी उछाली गई और उनके सुरक्षाकर्मियों से भी धक्का-मुक्की की गई. संधू ने बताया कि पुलिस इसकी भी जांच कर रही है कि विधायक के दो सुरक्षाकर्मी उनकी रक्षा करने में विफल कैसे रहे.
विपक्ष ने साधा कांग्रेस पर निशाना
आप विधायक अपने सहयोगियों और कुछ मीडिया कर्मियों के साथ रेत खदान में गए थे. विधायक को चंडीगढ़ में पीजीआईएमईआर अस्पताल ले जाया गया. बाद में हेड कांस्टेबल को भी वहीं भर्ती कराया गया. विपक्षी दलों ने राज्य सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि पंजाब में कानून और व्यवस्था की स्थिति बिगड़ गई है.