Punjab Assembly Election 2022: कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने गुरुवार को समाचार एजेंसी से बातचीत करते हुये कहा कि हम कांग्रेस पार्टी नहीं छोड़ेंगे लेकिन अगर कोई धक्के देकर निकालना चाहे तो यह अलग बात है. दरअसल उन्होंने यह बात उस सवाल पर कही जब उनसे यह पूछा गया कि ऐसी अफवाहें हैं कि वह बीजेपी में जाने वाले हैं.
किरायेदार नहीं हिस्सेदार हैं
इसके जवाब में कांग्रेस नेता ने कहा, "हम पार्टी में कोई किरायेदार थोड़ी हैं, हम हिस्सेदार हैं. अगर कोई धक्के देकर निकालना चाहे तो यह अलग बात है." उन्होंने कहा कि हमने पार्टी में अपनी जिंदगी के 40 साल दिये हैं. हमने परिवार और इस देश की अखंडता के लिये खून बहाया है. हम विचारात्मक सियासत में यकीन रखते हैं. यह बात मैं पहले भी कई बार कह चुका हूं.
आपको बता दें कि पंजाब से पूर्व सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार के सोनिया गांधी को भेजे त्यागपत्र के बाद पार्टी में आंतरिक कलह बढ़ गई है. इस पर टिप्पणी करते हुये उन्होने कहा कि उन्होंने जो बाते की हैं उनमें कुछ सच्चाई हो सकती है और ‘जी 23’समूह के नेताओं ने भी 2020 भी इसी तरह की चिंताएं प्रकट की थीं.
अश्विनी कुमार ने मंगलवार को दिया था पार्टी से इस्तीफा
पूर्व कानून मंत्री अश्विनी कुमार ने मंगलवार को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया. वह 46 वर्षों से कांग्रेस के साथ जुड़े हुए थे. आनंदपुर साहिब से लोकसभा सदस्य तिवारी ने कहा कि कुमार का इस्तीफा गंभीर चिंता का विषय है.
मनीष तिवारी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘वह अच्छे व्यक्ति हैं, एक अच्छे वकील हैं जो बेहतरीन जिरह करते हैं. उन्होंने अपने त्यागपत्र में जो कहा है उसमें कुछ न कुछ सच होगा. जी 23 समूह ने भी 2020 में इन चिंताओं को आलाकमान के समक्ष उठाया था.’’
पंजाब को नहीं पसंद है समुदाय आधारित राजनीति
तिवारी ने पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग पंजाब में हिंदू-सिख का मुद्दा उठा रहे हैं वो पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के हाथ में खेल रहे हैं. उन्होंने कहा कि पंजाब के लोगों ने समुदाय आधारित राजनीति को कभी पसंद नहीं किया और वे ‘पंजाब, पंजाबी और पंजाबियत’ में विश्वास करते हैं.