Election 2022: चुनाव आयोग ने विधानसभा चुनाव के लिए कसी कमर, इस राज्य के अधिकारियों के साथ की बैठक, CEC ने दी ये जानकारी
Election Commission team in Chandigarh: पंजाब में अगले साल (2022) होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने के लिए चुनाव आयोग की एक उच्चस्तरीय टीम चंडीगढ़ में है.
Punjab Election 2022: पंजाब में अगले साल (2022) होने वाले विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Election 2022) की तैयारियों का जायजा लेने के लिए चुनाव आयोग की एक उच्चस्तरीय टीम चंडीगढ़ में है. चुनाव आयोग की इस टीम में मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा, चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और अनूप चंद्र पांडे हैं. मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक दलों को आश्वासन दिया है कि सीमावर्ती जिलों के मतदान केंद्रों को छोड़कर सभी जगह वेबकास्टिंग का इंतजाम किया जाएगा.
सुशील चंद्रा ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग मानदंडों को ध्यान में रखते हुए, एक मतदान केंद्र पर निर्वाचकों की अधिकतम संख्या 1500 से घटाकर 1200 कर दी गई है. राज्य में कम से कम 165 महिला प्रबंधित मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे. चुनाव आयोग की टीम विधानसभा चुनाव से पहले पंजाब में सभी राजनीतिक पार्टियों से मुलाकात की. सुशील चंद्रा ने कहा कि चुनाव आयोग ने सभी 23 जिलों के जिला चुनाव अधिकारियों/उपायुक्तों और सीपी/एसएसपी के साथ-साथ मुख्य निर्वाचन अधिकारी के साथ समग्र चुनाव तैयारियों की समीक्षा की.
ECI has assured all political parties that webcasting will be arranged in all polling stations except those in border districts which come under shadow areas: CEC Sushil Chandra after reviewing poll preparedness for Punjab Assembly elections 2022 pic.twitter.com/ZBOMWyV4g3
— ANI (@ANI) December 16, 2021
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि 2017 के पंजाब विधानसभा चुनावों में 77.4 फीसदी मतदान हुआ था और 2019 में यह घटकर 65.96 फीसदी हो गया. अब राज्य में 2,74,177 नए मतदाता पंजीकृत हैं. मतदाता लिंग अनुपात 898 से बढ़कर 902 हो गया है. वोटर लिस्ट में महिलाओं ने 1 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है.
ऐसा माना जा रहा है कि चुनाव आयोग उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर, गोवा और पंजाब में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए जनवरी में तारीखों की घोषणा कर सकता है. चुनाव आयोग का दल आमतौर पर चुनाव कार्यक्रम की घोषणा से पहले ऐसे राज्यों का दौरा करता है, जहां चुनाव होने वाले हों. इन्हीं दौरे के बाद आयोग की ओर से गठित यह टीम राज्यों में प्रस्तावित चुनाव को लेकर तारीख और चरण को लेकर सुझाव देते हैं.
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