Punjab Government: पंजाब में भगवंत मान सरकार ने एक साल के लिए वीआईपी आवाजाही के लिए एक विमान किराए पर लेने का टेंडर जारी किया है, जिसकी वजह से पंजाब सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है. विपक्ष ने आरोप लगया है कि सरकार का मकसद आम आदमी पार्टी (आप) चीफ अरविंद केजरीवाल की यात्रा को आसान बनाना है. इसके साथ ही विपक्ष का तर्क है कि फिजूलखर्ची की कोई जरूरत नहीं है.
फिलहाल पंजाब सरकार के पास एक हेलिकॉप्टर है. सरकार के एक अधिकारी ने कहा, 'सरकार एक फिक्स्ड विंग विमान को एक साल के लिए लीज पर लेना चाहती है.' राज्य के नागरिक उड्डयन विभाग ने एक टेंडर जारी करते हुए कहा है कि आर्थिक रूप से मजबूत 'एयर चार्टर' सेवा प्रदाताओं से एक साल के लिए डसॉल्ट फाल्कन 2000 फिक्स्ड-विंग विमान को किराए पर लेना चाहता है. सरकार द्वारा निकाले गए टेंडर के मुताबिक, विमान में कम से कम आठ से 10 यात्रियों के बैठने की क्षमता होनी चाहिए और इसे चंडीगढ़ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से तैनात और संचालित करने की आवश्यकता होगी.
आप सरकार पर कांग्रेस हमलावर
पंजाब की कांग्रेस ईकाइ 'आप' सरकार के इस फैसले को लेकर हमलावर है. राज्य के वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने सरकार के इस फैसले पर निशाना साधते हुए कहा, "राज्य सरकार नकदी की तंगी, कर्ज के जाल और राजस्व सृजन से जूझ रहा है, लेकिन सरकार एक फिक्स्ड विंग विमान को किराए पर लेने पर विचार कर रही है." बाजवा ने पंजाब सरकार से पूछा, "भगवंत मान सरकार को फिक्स्ड विंग विमान किराए पर लेने की तत्काल क्या जरुरत थी, जबकि पंजाब के पास पहले से ही एक हेलीकॉप्टर मौजूद है."
प्रताप सिंह बाजवा ने आगे आरोप लगाते हुए कहा, मुझे लगता है कि यह विचार भगवंत मान के राजनीतिक गुरु अरविंद केजरीवाल की तरफ से आया है. क्योंकि इस तरह के विमान में 10 यात्री आसानी से बैठ सकते हैं. इसलिए ऐसा लग रहा है कि केजरीवाल अपनी राजनीतिक यात्राओं के लिए इस्तेमाल करना चाहते हैं. वहीं इसके अलावा शिरोमणि अकाली दल के नेता दलजीत सिंह चीमा ने भी भगवंत मान सरकार पर जोरदार हमला किया.