चंडीगढ़: पंजाब में दस साल बाद कांग्रेस को अपने नेतृत्व में जीत दिलाने वाले अमरिंदर सिंह गुरूवार की सुबह एक समारोह में राज्य के 26वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे. शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के भी शामिल होने की संभावना है.


शुरूआत में नौ मंत्रियों को किया जा सकता है सरकार में शामिल, बाद में होगा विस्तार: सूत्र


पार्टी सूत्रों ने बताया कि 11 मार्च को राज्य विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के दिन 75वां जन्मदिन मनाने वाले सिंह शुरआत में नौ मंत्रियों को सरकार में शामिल कर सकते हैं. बाद में मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा. राज्य में अधिकतम 18 मंत्री बनाये जा सकते हैं. कांग्रेस के विधानसभा में 77 विधायक हैं. पंजाब के राज्यपाल वी पी सिंह बदनौर राजभवन में सिंह और उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों को शपथ दिलाएंगे.


अमरिंदर सिंह ने राहुल से मुलाकात कर दिया न्योता


पंजाब कांग्रेस ने मंगलवार को कहा था, ‘‘जब पंजाब के राज्यपाल वी पी बदनौर राज भवन में गुरूवार की सुबह अमरिंदर सिंह को राज्य के नये मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ दिलायेंगे तो शपथ ग्रहण समारोह में कोई तड़क भड़क नहीं होगी.’’ सिंह ने मंगलवार को राहुल गांधी से मुलाकात की और उन्हें समारोह में शामिल होने का निमंत्रण दिया. अमरिंदर सिंह ने सभी नव निर्वाचित विधायकों से कहा कि वह कम से कम निजी मेहमान बुलाएं. सिंह ने स्पष्ट किया कि राज्य की वित्तीय स्थिति के मद्देनजर वह शपथ ग्रहण समारोह में फिजूल का खर्च नहीं चाहते.


दूसरी बार सीएम पद की शपथ लेंगे अमरिंदर सिंह 


मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह पारंपरिक तौर पर राजभवन में होता है. लेकिन निवर्तमान मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने 2007 और 2012 में शिअद-बीजेपी गठबंधन की सरकार बनने के समय अलग-अलग जगहों पर शपथ ग्रहण की थी. यह दूसरी बार है जब अमरिंदर सिंह मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे. इससे पहले वह 2002 से 2007 तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे.


मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं नवजोत सिंह सिद्दू


पार्टी सूत्रों ने बताया कि नवजोत सिंह सिद्धू, मनप्रीत सिंह बादल, ब्रह्म मोहिंद्र, तृप्त रजिंदर सिंह बाजवा, राणा गुरजीत सिंह, परगट सिंह, रजिया सुल्ताना, ओपी सोनी समेत कई नव निर्वाचित विधायक मंत्री बनने की दौड़ में हैं. पंजाब में दस वर्ष बाद जीत का स्वाद चखने वाली कांग्रेस विभिन्न वर्गों के प्रतिनिधियों और साथ ही अनुभवी तथा युवा नेताओं को भी मंत्रिमंडल में शामिल करना चाहेगी.


पंजाब विधानसभा की कुल 117 में 77 सीटों पर कांग्रेस ने जमाया कब्जा


सत्ता विरोधी लहर पर सवार होकर कांग्रेस दस साल के अंतराल के बाद पंजाब में सत्ता में आयी है. उसने विधानसभा की 117 सीटों में से 77 सीटों पर कब्जा जमाया. वहीं सत्तारूढ़ शिअद-बीजेपी को 18 सीटें मिली. इसके अलावा पहली बार विधानसभा चुनाव में उतरी आप ने 20 सीटें जीतीं जबकि दो सीटें नयी पार्टी और आप की सहयोगी लोक इंसाफ पार्टी को मिली.