पंजाब में कोरोना संक्रमण के आ रहे नए मामलों को देखते हुए विशेषज्ञों की सलाह पर राज्य की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार ने 10 जून तक पाबंदियां बढ़ा दी है. इस बात का ऐलान गुरुवार को किया गया. हालांकि, इसके साथ ही कुछ रियायतें भी दी गई हैं. प्राइवेट गाड़ियों से यात्रियों की सीमित संख्या को हटा लिया गया है. इसके साथ ही, अस्पतालों में दोबारा इलेक्टिव सर्जरी और ओपीडी की भी इजाजत दी गई है. साथ ही, ऑक्सीजन के गैर-मेडिकल इस्तेमाल की अनुमति दे दी गई है.


इसके साथ ही, सभी प्राइवेट अस्पतालों को रेट लिस्ट गेट के बाहर लगाने के निर्देश दिए गए हैं. अमरिंदर सिंह ने आदेश दिया है कि सभी अस्पतालों के एंट्री गेट पर (11x5) बोर्ड लगाकार उस पर रेट दर्शाया जाए.


ब्लैक फंगस से निपटने के निर्देश


पंजाब में ब्लैक फंगस या म्यूकोरमायोसिस के अब तक 188 मामलों की पुष्टि हो चुकी है. अमरिंदर सिंह ने एम्पोटेरिसिन की कमी के चलते ब्लैक फंगस के इलाज के लिए अन्य वैकल्पिक दवाओं की उपलब्धता बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. एक्सपर्ट ग्रुप की तरफ से ट्रीटमेंट का प्रोटोकॉल तय किया गया है.  


पंजाब में बुधवार को कोरोना संक्रमण के 4 हजार 124 नए मामले आने के बाद राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 5 लाख 52 हजार 235 हो गई है. राज्य स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, इसके साथ ही, 186 और लोगों की कोरोना से जान जाने के बाद यहां पर कुल कोरोना से जान गंवाने वालों का आंकड़ा 13 हजार 827 हो गया है. जिन लोगों की मौत हुई उनमें से लुधिया और पंजाब में 20, संगरूर में 15, और अमृतसर, बठिंडा और फजालिका में 14-14 मौत हुई है.


ये भी पढ़ें: जयशंकर ने कहा- भारत की मौजूदा सरकार को अलग तरह से पेश करने की हो रही राजनीतिक कोशिश