नई दिल्ली: पंजाब के जालंधर में 60 लोगों के खिलाफ पुलिस ने मामले दर्ज किए है. कथित तौर पर इन लोगों ने बीमारी के फैलने के डर से कोरोना वायरस पॉजिटिव व्यक्ति के दाह संस्कार में बाधा डालने की कोशिश की. प्रदेश में लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं और ये मिथक तोड़ने के लिए गुरुवार को राज्य के दो मंत्रियों ने कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति के दाह संस्कार में भाग लिया.


बुधवार को सिविल अस्पताल में एक कोरोना पॉजिटिव की मौत हो गई थी. सूत्रों के मुताबिक स्थानीय लोगों ने दाह संस्कार को रोकने की कोशिश की और दो घंटे तक हंगामा किया. बाद में आश्वासन मिलने के बाद अंतिम संस्कार करने दिया. पिछले कुछ दिनों में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जहां परिजनों ने कोरोना से संक्रमित लोगों की मौत के बाद उनके शवों को स्वीकार करने से भी इनकार कर दिया है.


इससे पहले भी 69 वर्षीय एक महिला के परिवार ने लुधियाना में उसके शव को लेने से इनकार कर दिया था. इसके बाद जिला प्रशासन ने उसे अंतिम संस्कार करने के लिए मजबूर किया.


कोरोना वायरस मरीज के अंतिम संस्कार में शामिल होने से बीमारी फैलने के मिथक को दूर करने के लिए गुरुवार को राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू और तकनीकी शिक्षा मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और राज्य के प्रमुख पीजीआईएमईआर अस्पताल में एक व्यक्ति के अंतिम संस्कार में शामिल हुए.


फेसबुक और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोनो वायरस पॉजिटिव व्यक्तियों का अंतिम संस्कार करने में कोई खतरा नहीं है.


ये भी पढ़ें


बिहार: तेज प्रताप यादव ने ट्विटर पर शेयर किया वीडियो, पेड़ लगाने का दे रहे हैं संदेश

मुंबई: धारावी में पांच नए कोरोना केस आए सामने, दो तब्लीगी जमात से जुड़े मरीज