नई दिल्ली: पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह थोड़ी देर में दिल्ली पहुंचने वाले हैं. कांग्रेस की कमेटी के सामने उनकी कल पेशी होगी. आलाकमान से जुड़ी जानकारी अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू को दी जानी है. ये कमेटी कैप्टन अमरिंदर सिंह और सिद्धू के बीच हुए विवाद को सुलझाने के लिए बनाई गई थी. कमेटी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का फैसला भी सुना सकती है.
मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और पार्टी नेता नवजोत सिंह सिद्धू के बीच हाल के हफ्तों में तीखी बयानबाजी देखने को मिली है. विधायक परगट सिंह और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कुछ अन्य नेताओं ने भी मुख्यमंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. इस कलह को दूर करने के मकसद से कांग्रेस आलाकमान ने एक कमेटी गठित की थी. इस कमेटी ने पंजाब सरकार के तमाम नेताओं से बातचीत की थी. 4 जून को कमेटी के समक्ष अमरिंदर सिंह पेश हुए थे और यह मुलाकात करीब तीन घंटे तक चली थी.
100 नेताओं से की गई चर्चा
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता वाली समिति ने चार दिनों में, कांग्रेस के पंजाब से ताल्लुक रखने वाले 100 से अधिक नेताओं से उनकी राय ली. इनमें अधिकतर विधायक थे. खड़गे के अलावा कांग्रेस महासचिव और पंजाब प्रभारी हरीश रावत और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जेपी अग्रवाल इस समिति में शामिल हैं.
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