चंडीगढ़ः दिल्ली के मुखर्जी नगर में सिख ग्रामीण टैंपो चालक और उसके बेटे के साथ मारपीट की घटना ने राजनीतिक रंग ले लिया है. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह समेत कई लोगों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है. पुलिस की ओर से टैंपो चालक को पीटे जाने की घटना को उन्होंने शर्मनाक बताया है.
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा, ''सरबजीत सिंह और बलवंत सिंह के साथ मारपीट की घटना शर्मनाक है. गृह मंत्री अमित शाह से मैं मांग करता हूं कि इस घटना की जांच करवाई जाए.''
पीड़ित सरबजीत सिंह और उनके 15 साल के बेटे बलवंत सिंह पुलिस पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं. उनका कहना है कि पुलिस वालों ने कहा कि इन्हें बिना सीसीटीवी वाले कमरे में लेकर चलते हैं. जहां ले जाकर उनके साथ मारपीट की गई. इस दौरान उनके बेटे के ऊपर पुलिस ने रिवॉल्वर भिड़ाए रखा.
मारपीट की घटना से नाराज ग्रामीण सेवा चालक हड़ताल पर जाने की धमकी दी है. इस घटना को लेकर तीन पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस घटना की निंदा की है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, '' मुखर्जी नगर में दिल्ली पुलिस की बर्बरता बहुत निंदनीय और अनुचित है. मैं पूरी घटना की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करता हूं. ''
दिल्ली के पूर्व गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मंजीत सिंह इस घटना को 1984 के सिख दंगों के साथ तुलना की और ऐसा करने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. उन्होंने कहा, "पुलिसकर्मियों ने ऑटो चालक को पिस्तौल दिखाकर रोका और उसके बाद में वाहन से बाहर खींच लिया और बेरहमी से पिटाई की."