चंडीगढ़: बीते एक महीने में दिल्ली से पंजाब आए कुल 97 लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है. जिसके बाद कोरोना के संक्रमण को लेकर पंजाब के सीएम काफी सख्त नजर आ रहे हैं. पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने अन्य राज्यों खासकर दिल्ली से आने वाले लोगों की कड़ी जांच पर जोर दिया है. उन्होंने यह साफ किया कि कोविड-19 उपचार के लिए दिल्ली से पंजाब में आने वाले पंजाबियों का स्वागत है. हालांकि इसके लिए उन्हें दिल्ली के अस्पताल की सिफारिश पर यहां के अस्पताल में बिस्तर आरक्षित कराना होगा.
फेसबुक लाइव पर 'आस्क कैप्टन' में एक सवाल के जवाब में उन्होंने यह बात कही. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार प्रदेश में प्रवेश के नियमों को और सख्त बनाने पर विचार कर रही है. पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने शनिवार को कहा कि पिछले एक महीने में दिल्ली से पंजाब आए कुल 97 लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है.
अरविंद केजरीवाल की सरकार पर साधा निशाना
अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली दिल्ली सरकार पर निशाना साधते हुए, सिद्धू ने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय राजधानी के सरकारी अस्पतालों में कोरोना वायरस संक्रमण की जांच करवाने में विफल होने के बाद ये लोग जांच के लिए पंजाब आए.
सिद्धू ने यहां एक बयान में कहा 'दिल्ली में किसी भी तरह का इलाज पाने में नाकाम रहने पर लोग जांच करवाने के लिए पंजाब आ रहे हैं.' उन्होंने कहा कि पिछले एक महीने में दिल्ली से आए कुल 97 लोगों को संक्रमित पाया गया और अब उनका इलाज किया जा रहा है.
हालांकि, यह पता लगाया जाना बाकी है कि उनमें से कितने दिल्ली के स्थायी निवासी हैं. गौरतलब है कि राष्ट्रीय राजधानी में चिकित्सा सेवाओं में कथित रूप से समस्याओं का सामना करने के बाद दिल्ली के कुछ निवासी कोरोना वायरस उपचार के लिए पंजाब पहुंचे हैं. पंजाब सरकार के अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली के तीन निवासियों को पटियाला के राजिंदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उन्हें कोविड-19 से संक्रमित पाया गया है, जबकि एक रोगी राष्ट्रीय राजधानी से मोहाली आया.
दिल्ली से पंजाब आए कोरोना संक्रमित
अधिकारियों के अनुसार, चारों शुक्रवार को दिल्ली से पंजाब आए, जहां उन्हें कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया. उन्होंने बताया कि मरीजों ने हालांकि, यह दावा किया है कि वे राज्य में अपने रिश्तेदारों से मिलने आए थे न कि कोरोना वायरस के उपचार के लिए. स्वास्थ्य मंत्री ने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय राजधानी में काफी लोगों को जांच और चिकित्सा सेवाएं मुहैया नहीं करायी जा रही हैं.
उन्होंने अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली दिल्ली सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि इस स्थिति ने दिल्ली के मुख्यमंत्री के झूठे दावे को उजागर कर दिया है, जो हमेशा कहते रहे हैं कि उन्होंने दिल्ली में बेहतरीन स्वास्थ्य सेवा स्थापित की है. पटियाला के सिविल सर्जन हरीश मल्होत्रा ने कहा कि पंजाब में वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद दिल्ली निवासी तीन लोगों को सरकारी राजिंदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अधिकारियों ने बताया कि पटियाला में अपने रिश्तेदारों या दोस्तों से संपर्क करने के बाद, तीनों मरीज कोरोना वायरस की जांच और इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे.
दिल्ली सरकार के मोहल्ला क्लीनिक पर उठे सवाल
मल्होत्रा ने बताया कि उन्हें पंजाब के कोरोना वायरस टैली में शामिल नहीं किया जाएगा क्योंकि वे दिल्ली से आए हैं और यहां उनका इलाज चल रहा है. अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली का एक अन्य कोरोना का मरीज शुक्रवार रात इलाज के लिए मोहाली आया. मोहाली के सिविल सर्जन मंजीत सिंह ने कहा 'हमने उसे आईसेलेशन में रखा है और उसका इलाज करेंगे.' राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार हर मरीज को इलाज मुहैया कराएगी.
उन्होंने आरोप लगाया 'आज, दिल्ली सरकार ने हार मान ली है. वे कहते थे कि उनके मोहल्ला क्लीनिक और अस्पताल बहुत अच्छे हैं.' उन्होंने कहा कि यह चिंता की बात है कि संक्रमण के लक्षण वाले बहुत सारे लोग मुफ्त उपचार सुविधाओं को प्राप्त करने के लिए दिल्ली से पंजाब आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली की गंभीर स्थिति की कल्पना करना भी भयानक है जहां आम लोग मदद के लिए रो रहे हैं और एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल भटक रहे हैं.
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