नई दिल्ली: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि दिल्ली में किसानों की हिंसा अस्वीकार्य है. उन्होंने कहा कि दिल्ली से जो दृश्य सामने आए हैं वो चौंकाने वाले हैं. उन्होंने किसानों से अपील की कि वे दिल्ली खाली कर दें और वापस बॉर्डर पर लौट जाएं.


पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा, “दिल्ली में चौंकाने वाले दृश्य. कुछ तत्वों द्वारा हिंसा अस्वीकार्य है. यह शांतिपूर्ण ढंग से विरोध कर रहे किसानों द्वारा उत्पन्न सद्भावना को नकार देगा. किसान नेताओं ने खुद को अलग कर लिया है और ट्रैक्टर रैली को रद्द दिया है. मैं सभी वास्तविक किसानों से दिल्ली को खाली करने और सीमाओं पर लौटने का आग्रह करता हूं.” दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर किसानों का आंदोलन दो महीने से जारी है.





इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए किसानों से शांति बनाए रखने की अपील की. उन्होंने ट्वीट किया, “हिंसा किसी समस्या का हल नहीं है. चोट किसी को भी लगे, नुक़सान हमारे देश का ही होगा. देशहित के लिए कृषि-विरोधी क़ानून वापस लो!”


गौरतलब है कि मंगलवार को ट्रैक्टर रैली के दौरान किसान तय किए गए रूट से हटकर दूसरे रास्तों पर चले गए. कुछ जगहों पर आंदोलनकारी किसान और पुलिस आमने सामने हो गई. नांगलोई में किसानों ने पुलिस पर पत्थरबाजी भी की. पुलिस को किसानों को काबू में करने के लिए बल का प्रयोग करना पड़ा और आंसू गैस के गोले छोड़ने पर.


वहीं दिल्ली के लाल किला पहुंचकर किसानों ने हंगामा किया. लाल किले पर जिस पोल पर स्वतंत्रता दिवस के मौके पर झंडा फहराया जाता है वहां पर किसानों ने केसरिया रंग का झंडा लगा दिया. इसके कुछ ही देर बाद लाल किले के गुंबद पर भी किसानों ने केसरिया झंडा लगा दिया. बाद में पुलिस ने उन झंडों को वहां से हटा दिया.


दिल्ली के हालातों को देखते हुए पांच इलाकों में केंद्रीय गृहमंत्रालय ने इंटरनेट बंद कर दिया. दिल्ली में सिंघू बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर, मुकरबा चौक और नांगलोई के इलाकों में आज रात 12 बजे तक के लिए इंटरनेट सेवा बंद करने का फैसला किया है.


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