गैंगस्टरों-अपराध के खिलाफ सीएम मान सख्त, AGTF को दिया ये ऑर्डर
सीएम मान ने शुक्रवार को एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) की बैठक में कहा कि पंजाब के तीन करोड़ लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी मेरी है.
पंजाब में अपराध पर लगाम लगाने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान सख्त हैं. उन्होंने एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) को बिना भय और पक्षपात के मजबूती से काम करने के निर्देश दिए हैं. सीएम मान ने शुक्रवार को एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) की बैठक में कहा कि पंजाब के तीन करोड़ लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी मेरी है. उन्होंने कहा कि एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स को आधुनिक सुविधाएं और संसाधनों की कमी नहीं होगी, जितने संसाधनों की ज़रूरत होगी मान सरकार देगी.
बता दें कि सीएम मान ने बुधवार को एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स के गठन का आदेश दिया था. उन्होंने गुरुवार को ट्वीट किया था कि आज सभी पुलिस कमिश्नर और एसएसपी को बड़े स्तर पर गैंगस्टर्स के खिलाफ कार्रवाई की अगुवाई करने के निर्देश दिए. परसों ही एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स के गठन के भी आदेश दिए. पंजाब में कानून-व्यवस्था दुरुस्त करने और आम आदमी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हमारी सरकार बहुत गंभीर है.
आज सभी पुलिस कमिश्नर और SSPs को बड़े स्तर पर गैंगस्टर्स के खिलाफ कार्यवाही की अगुवाई करने के निर्देश दिए।
— Bhagwant Mann (@BhagwantMann) April 7, 2022
परसों ही ANTI GANGSTER TASK FORCE के गठन के भी आदेश दिए हैं।
पंजाब में कानून-व्यवस्था दुरुस्त करने और आम आदमी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हमारी सरकार बहुत गंभीर है। pic.twitter.com/xqVDaZLPtY
सीएम मान ने मंगलवार को पुलिस प्रमुख वी.के. भवरा को राज्यभर में गैंगस्टर के नेटवर्क का सफाया करने के लिए एक कार्यबल गठित करने का निर्देश दिया. गैंगस्टर विरोधी कार्यबल का नेतृत्व अतिरिक्त महानिदेशक रैंक का एक पुलिस अधिकारी करेगा.
सीएम मान ने पुलिस विभाग की एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए संगठित अपराध को खत्म करने की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि पुलिस तंत्र पर लोगों का विश्वास बहाल करने के लिए कानून-व्यवस्था दुरुस्त करना सर्वोच्च प्राथमिकता है.
राज्य के सभी सीपी और एसएसपी को संबोधित एक पत्र में, मुख्यमंत्री भगवंत मान ने जोर देकर कहा कि आपके अधिकार क्षेत्र में कानून और व्यवस्था के किसी भी उल्लंघन के लिए आपको व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार ठहराया जाएगा क्योंकि आप कानून के तहत जवाबदेह हैं.
ये भी पढ़ें- Ukraine War: पूर्वी यूक्रेन के रेलवे स्टेशन पर रूस ने दागे रॉकेट, कम से कम 30 लोगों की मौत, 100 से ज्यादा घायल
बूचा नरसंहार पर मानवाधिकार परिषद से बाहर हुआ रूस, लेकिन साथ खड़े होने वाले देशों की संख्या बढ़ी