चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने एक विदेशी रिपोर्ट के हवाले से कहा है कि भारत में सितंबर के मध्य तक कोरोना संक्रमण शिखर पर पहुंचेगा. उन्होंने कहा, ''स्थिति भयावह हो सकती है और इसको लेकर तैयारी करनी होगी.'' साथ ही सिंह ने सूबे में लॉकडाउन नहीं हटाने के संकेत दिए.


उन्होंने कहा, ''मौजूदा स्थिति में लॉक डाउन कोई भी सरकार नहीं हटा सकती. मरीजों की संख्या बढ़ी है, इसे देखते हुए लॉकडाउन खत्म करना यानि इंफेक्शन बढ़ाने वाली बात होगी. हम आज कैबिनेट मीटिंग के बाद लॉकडाउन के बारे में घोषणा करेंगे.''

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि कोरोना का असर अगले कुछ महीने रहेगा. 15 अप्रैल से किसानों को फसलों की कटाई के लिए लॉकडाउन में ढील दी जाएगी और इसमें सामाजिक दूरी का ध्यान रखा जाएगा. सिंह ने वीडियो लिंक के माध्यम से संवाददाताओं से कहा, ''हमने पहले लॉकडाउन किया और बाद में कर्फ्यू लगाया. फिर लोगों तक जरूरी वस्तुओं को पहुंचाने की व्यवस्था की. हमारे लोग हर मोहल्ले में पहुंचकर जरूरी वस्तुएं मुहैया करा रहे हैं.''

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के मामले शुरू होने के बाद बड़ी संख्या में लोग विदेश से लोग पंजाब में आये. हमने स्क्रीनिंग की और लोगों को पृथक रखा. अब ज्यादातर लोग पृथक वास से बाहर आ चुके हैं.

उन्होंने कहा, ''फिलहाल स्थिति नियंत्रण में हैं. हम ने 132 मामलों की पुष्टि है. 11 लोगों की मौत हुई है. कुल 2877 लोगों की जांच हुई.'' मुख्यमंत्री ने कहा कि हम चार चरणों में तैयारी कर रहे हैं. पहले चरण में 200 हजार बेड और उपकरण, दूसरे चरण में 10 हजार बेड एवं उपकरण, तीसरे चरण में 30 हजार बेड एवं उपकरण, चौथे चरण में एक लाख बेड एवं उपकरण की व्यवस्था होगी.

केंद्र सरकार की ओर दिए जा रहे पॉकेज के बारे में पूछे जाने पर अमरिंदर ने कहा, ''15 हजार करोड़ रुपये पर्याप्त नहीं है. 1.30 अरब की आबादी में यह कुछ नहीं है.' उन्होंने कहा, 'राज्यों की स्थिति ऐसी स्थिति नहीं है वो अकेले लड़ सकें . केंद्र को उनकी पूरी मदद करनी चाहिए.''

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