Punjab Cabinet Expansion: चन्नी की कैबिनेट में कैप्टन विरोधी नेताओं को मिलेगी जगह? चर्चा के लिए सिद्धू संग दिल्ली पहुंचे पंजाब के नए सीएम
Punjab Cabinet Expansion: पंजाब के नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और नवजोत सिद्धू कैबिनेट पर चर्चा के लिए दिल्ली पहुंचे हैं.
![Punjab Cabinet Expansion: चन्नी की कैबिनेट में कैप्टन विरोधी नेताओं को मिलेगी जगह? चर्चा के लिए सिद्धू संग दिल्ली पहुंचे पंजाब के नए सीएम Punjab CM Charanjit Singh Channi and Navjot Singh Sidhu in Delhi to discuss Cabinet expansion Punjab Cabinet Expansion: चन्नी की कैबिनेट में कैप्टन विरोधी नेताओं को मिलेगी जगह? चर्चा के लिए सिद्धू संग दिल्ली पहुंचे पंजाब के नए सीएम](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2021/09/21/92d314e7b0f8f5cc1cced3de787f4e2d_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Punjab Cabinet Expansion: पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, दोनों उप मुख्यमंत्री और राज्य कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू आज दिल्ली पहुंचे. सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान पंजाब कैबिनेट को लेकर शीर्ष नेतृत्व के साथ चर्चा की जाएगी. सूत्रों ने बताया कि यह टीम दिल्ली में कांग्रेस महासचिव हरीश रावत के साथ मुलाकात करेगी. रावत कांग्रेस के पंजाब मामलों के प्रभारी हैं .
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्विटर पर चन्नी और उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा के साथ चार्टर विमान के पास की अपनी एक तस्वीर साझा की. सिद्धू ने ट्वीट किया, ‘"कर्तव्य निर्वहन के लिए." चन्नी, रंधावा और एक अन्य उपमुख्यमंत्री ओ पी सोनी ने सोमवार को पद और गोपनीयता की शपथ ली थी . इससे दो दिन पहले शनिवार को पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने त्यागपत्र दे दिया था . प्रदेश में करीब साढे चार महीने बाद विधानसभा चुनाव होने वाले हैं .
In line of duty !! pic.twitter.com/ljxxz5UeF9
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) September 21, 2021
बेहद विचार विमर्श और सलाह के बाद कांग्रेस ने चन्नी को पंजाब में विधायक दल का नेता चुना था. इसके साथ ही रंधावा और सोनी को उपमुख्यमंत्री पद के लिये चुना गया . दोनों जट सिख और हिंदू हैं .
सूत्रों ने बताया कि मंत्रिमंडल में नये चेहरों को शामिल किया जा सकता है, दिल्ली की बैठक में इन उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा होगी . इस बात के संकेत हैं कि कैप्टन के साथ सत्ता संघर्ष में सिद्धू के साथ खड़े होने वाले नेताओं को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है.
मंत्रिमंडल में शामिल किये जाने वालों में अमरिंदर सिंह राजा वारिंग , मदन लाल जलालपुर, इंदरबीर सिंह बोलारिया, गुरकीरत सिंह कोटली, परगट सिंह और संगत सिंह गिल्जियां का नाम चर्चा में है.
परगट सिंह को सिद्धू का करीबी माना जा रहा है जो अभी पंजाब कांग्रेस के महासचिव हैं और गिल्जियां पार्टी की प्रदेश इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष हैं . ऐसी अटकले हैं कि कैप्टन के विश्वासपात्र गुरमीत सिंह सोढी और साधू सिंह धरमसोत कैबिनेट में बने रह सकते हैं . सोढी खेल मंत्री जबकि धरमसोत सामाजिक न्याय मंत्री थे .
चन्नी स्वयं भी पंजाब मंत्रिमंडल में थे जिन्होंने लगातार अमरिंदर सिंह पर निशाना साधा, इससे यह स्पष्ट हो गया है कि वह सिद्धू खेमे के हैं . चन्नी के शपथग्रहण समारोह से पहले कांग्रेस के पंजाब प्रभारी हरीश रावत द्वारा सोमवार को यह कहे जाने से कि आगामी विधानसभा चुनाव सिद्धू के नेतृत्व में लड़ा जायेगा, विवाद खड़ा हो गया था .
पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने रावत के बयान को ‘‘चौंकाने वाला’’ करार दिया और कहा कि उनका यह बयान मुख्यमंत्री के अधिकार को कमतर करने वाला है . कांग्रेस ने इस विवाद को निपटाते हुए कहा कि चन्नी और सिद्धू दोनों अगले चुनाव में पार्टी का नेतृत्व करेंगे.
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)