Charanjit Channi Meets PM Modi: पीएम मोदी से मिले पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी
Charanjit Channi Meets PM Modi: पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और पीएम मोदी के बीच करीब एक घंटे तक बैठक चली.
Charanjit Channi Meets PM Modi: पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके आवास पर मुलाकात की. सीएम चन्नी और पीएम मोदी के बीच बैठक करीब एक घंटे चली. 20 सितंबर को सीएम पद की शपथ लेने के बाद चरणजीत सिंह चन्नी की पीएम से यह पहली मुलाकात है.
मुलाकात से पहले सूत्रों ने बताया था कि चरणजीत चन्नी पीएम मोदी से उस पत्र को वापस लेने की मांग करेंगे, जिसमें एक अक्टूबर से राज्य में धान की खरीद प्रक्रिया को स्थगित करने को कहा गया है. धान की सरकारी खरीद सामान्य तौर पर एक अक्टूबर को शुरू होती है. उन्होंने गुरुवार को इस मामले में प्रधानमंत्री से व्यक्तिगत हस्तक्षेप की मांग की थी.
सूत्रों ने कहा था कि सीएम चन्नी कृषि कानूनों को लेकर भी पीएम मोदी से चर्चा कर सकते हैं. दरअसल, सीएम पद की शपथ लेने के बाद कई बार उन्होंने कहा है कि वह केंद्र से कृषि कानूनों को जल्द वापस लेने की मांग करते हैं. ऐसा नहीं होने पर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया जाएगा.
कांग्रेस कलह
चरणजीत सिंह चन्नी कांग्रेस हाईकमान से भी मिल सकते हैं. इस दौरान नवजोत सिंह सिद्धू से हुई बातचीत का ब्योरा दे सकते हैं. दरअसल, चन्नी सरकार के फैसले से नाराज होकर नवजोत सिंह सिद्धू ने 28 सितंबर को पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद 30 सितंबर को चन्नी और सिद्धू के बीच दो घंटे लंबी बैठक चली. इस बैठक के बाद सूत्रों ने बताया कि सिद्धू की नाराजगी दूर हो गई है.
सिद्धू डीजीपी और महाधिवक्ता की नियुक्ति को लेकर नाराज हैं. सीएम चन्नी के साथ मुलाकात से पहले कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने गुरुवार को राज्य के नए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि डीजीपी ने बेअदबी मामले में दो युवा सिखों को फंसा दिया और बादल परिवार के लोगों को क्लीन चिट दे दी.
चन्नी सरकार में वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी इकबाल प्रीत सिंह सहोता को पंजाब पुलिस के महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. वहीं पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने बृहस्पतिवार को अपनी नयी राजनीतिक पारी शुरू करने का स्पष्ट संकेत देते हुए कहा कि वह अब कांग्रेस में नहीं रहेंगे और पार्टी से इस्तीफा दे देंगे. उन्होंने कहा कि ऐसे दल में वह नहीं रह सकते जहां उन्हें अपमानित किया जाए और उन पर विश्वास न किया जाए. साथ ही, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वह भाजपा में शामिल नहीं होंगे। इस घोषणा के बाद पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने ट्विटर हैंडल के परिचय से कांग्रेस का उल्लेख भी हटा दिया.