Punjab Congress Crisis: सिद्धू के अचानक इस्तीफे से सोनिया-राहुल-प्रियंका गांधी नाराज, पंजाब को मिल सकता है नया कांग्रेस अध्यक्ष
Punjab Congress Crisis: सूत्रों के मुताबिक सिद्धू की जगह पार्टी किसको प्रदेश अध्यक्ष बनाएगी ये अभी तय नहीं हुआ है लेकिन उच्च सूत्रों के मुताबिक पार्टी नेतृत्व के सामने अभी 3-4 नामों के विकल्प हैं.
Punjab Congress Crisis: नवजोत सिंह सिद्धू के पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद अब जल्द ही पंजाब कांग्रेस को नया अध्यक्ष मिल सकता है. ABP News को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अचानक इस्तीफे के बाद पार्टी नेतृत्व नवजोत सिंह सिद्धू को हटाकर अब किसी और को प्रदेश अध्यक्ष बनाएगा. सूत्रों के मुताबिक ऐसा इसलिए क्योंकि पार्टी अध्यक्ष समेत राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सिद्धू के इतनी जल्दी अचानक इस्तीफे से खासा नाराज हैं.
नवजोत सिंह सिद्धू ने जब अचानक ही कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेजा तब उन्होंने सोचा भी नहीं होगा कि नेतृत्व उन्हें हटाने का फैसला कर लेगा लेकिन हुआ यही है. ABP News को कांग्रेस के उच्च सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पार्टी नेतृत्व नवजोत सिंह सिद्धू की इस हरकत से काफी नाराज है और उन्हें हटाने का फैसला कर लिया है और यही वजह है कि केंद्रीय नेतृत्व में से कोई सिद्धू से बात नहीं कर रहा.
सूत्रों के मुताबिक सिद्धू की जगह पार्टी किसको प्रदेश अध्यक्ष बनाएगी ये अभी तय नहीं हुआ है लेकिन उच्च सूत्रों के मुताबिक पार्टी नेतृत्व के सामने अभी 3-4 नामों के विकल्प हैं. हालांकि कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक पार्टी नए अध्यक्ष के नाम का ऐलान करने से पहले थोड़ा इंतजार कर सकती है. सूत्रों ने बताया कि चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाते वक्त उन्हें जरूरी नियुक्तियों के लिए फ्री हैंड दिया गया था क्योंकि ये मुमकिन नहीं कि एक मुख्यमंत्री जरूरी पदों पर अपने विवेक से नियुक्तियां ना कर सके.
सूत्रों के मुताबिक चन्नी के अब तक के आचरण से पार्टी खुश भी है और पार्टी को मिले फीडबैक के मुताबिक लोगों में चन्नी को लेकर उत्साह भी है. ऐसे में सिद्धू की जिद्द भरी नाराजगी से नेतृत्व काफी उखड़ा हुआ है. सूत्रों का कहना है कि सिद्धू के यूं इस्तीफे के पीछे की असल वजह सुखजिंदर रंधावा को गृह विभाग दिया जाना है. सिद्धू नहीं चाहते थे कि रंधावा को गृह विभाग दिया जाए लेकिन पार्टी चाहती थी कि सुखजिंदर रंधावा को ही ये विभाग दिया जाए क्योंकि वो अच्छे प्रशासक रहे हैं और अगर गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामले में उन्होंने कड़ी कार्रवाई कर दी तो चुनाव में भी पार्टी को इसका फायदा हो सकता है.
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