पंजाब कांग्रेस में जारी अंतर्कलह के बीच नवजोत सिंह सिद्धू कल यानी मंगलवार को कांग्रेस नता राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे. सिद्धू की मुलाकात ऐसे वक्त पर होने जा रही है जब कुछ दिन पहले ही राज्य में पार्टी के अंदर बवाल को लेकर एक तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया था. इस समिति की तरफ से राज्य के सीएम अमरिंदर समेत सभी प्रमुख नेताओं के साथ लंबी चर्चा कर कांग्रेस आलाकमान को रिपोर्ट दी गई थी.


गौरतलब है कि पंजाब समेत पांच राज्यों में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने हैं. समिति ने यह साफ कर दिया था कि राज्य के सीएम कैप्टन अमरिंदर ही बने रहेंगे. ऐसे में नवजोत सिद्धू की कल मुलाकात को दूरियां खत्म करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है.






गौरतलब है कि पंजाब यूनिट में गुटबाजी को हल करने के लिए गठित कांग्रेस पैनल ने 10 जून को पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी. पैनल ने मुख्यमंत्री को हटाने की सिफारिश नहीं की है और कैप्टन अमरिंदर सिंह के अगले चुनाव में पार्टी का नेतृत्व करने की संभावना है. इसके बजाय, पार्टी की राज्य इकाई में कई सुधारों का सुझाव दिया गया है.


इधर, दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी (आप) ने कांग्रेस नीत पंजाब सरकार पर पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को राज्य में संवाददाता सम्मेलन आयोजित करने की अनुमति नहीं देने का सोमवार को आरोप लगाया. वहीं सूबे के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने इस आरोपों से इनकार किया है. दरअसल केजरीवाल का मंगलवार को यानी कल चंडीगढ़ आने का कार्यक्रम है और इस दौरान वह घोषणा करना चाहते हैं कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो सरकार लोगों को ‘‘मुफ्त बिजली’’ देगी. आप ने यहां पंजाब भवन में संवाददाता सम्मेलन करने की योजना बनाई है.

सिंह ने आप के इन आरोपों से इनकार किया और कहा कि राज्य सरकार केजरीवाल को संवाददाता सम्मेलन करने से क्यों रोकेगी, जबकि उन्हें कुछ दिन पहले ही पार्टी का कार्यक्रम आयोजित करने की मंजूरी दी गई थी. उनका इशारा पंजाब के पूर्व पुलिस महानिरीक्षक कुंवर विजय प्रताप सिंह को पार्टी में शामिल करने के लिए 21जून को हुई केजरीवाल की अमृतसर यात्रा की ओर था.


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