जम्मू में रविवार तड़के वायुसेना के एयर फोर्स स्टेशन पर ड्रोन से किए गए दो हमले के बाद जहां सोमवार को एनएसजी की टीम वहां पर पहुंची तो वहीं दूसरी तरफ सुरक्षा की समीक्षा की जा रही है. इधर, पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता ने ड्रोन के मूवमेंट और उनसे पैदा होने वाले खतरों को लेकर सोमवार को उच्च स्तरीय बैठक की.


इस दौरान पंजाब के डीजीपी ने निर्देश दिए कि ड्रग हॉट स्पॉट की पहचान की जाए. इसके साथ ही, उन्होंने ड्रग्स स्मग्लर्स की गिरफ्तारी का भी आदेश दिए. इधर, भारतीय वायुसेना ने यह आधिकारिक तौर पर कबूल किया है कि शनिवार और रविवार की आधी रात को जम्मू के एयरफोर्स स्टेशन पर ड्रोन से हमला हुआ. वायुसेना ने जम्मू पुलिस में जो एफआईआर दर्ज कराई है उसमें ड्रोन से हमला होने का जिक्र किया गया है.






सिर्फ एयरफोर्स स्टेशन ही नहीं कालूचक मिलिट्री स्टेशन को भी निशाना बनाया गया. गनीमत ये रही कि सेना ने उस संभावित ड्रोन अटैक को नाकाम कर दिया. ये देश में अपनी तरह का पहला मामला है जब सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया है.


इधर, भारतीय वायु सेना के यहां स्थित स्टेशन पर ड्रोन से किये गए हमले तथा पुलवामा जिले में एक विशेष पुलिस अधिकारी, उनकी पत्नी और बेटी की आतंकवादियों द्वारा की गई हत्या के विरोध में शिवसेना डोगरा फ्रंट (एसएसडीएफ) के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को पाकिस्तानी झंडा जलाया.


रविवार को तड़के जम्मू हवाई अड्डे पर स्थित वायु सेना स्टेशन पर दो ड्रोन से बम गिराए गए थे. इस हमले में वायु सेना के दो कर्मी घायल हो गए थे. इसके कुछ घंटे बाद आतंकवादियों ने दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में एक गांव में एक एसपीओ उसकी पत्नी और बेटी की गोली मारकर हत्या कर दी.


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