BJP President JP Nadda Election Rally: पंजाब में विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Election) के लिए होने वाली वोटिंग से पहले राजनीतिक पार्टियों का धुआंधार प्रचार जारी है. इसी कड़ी में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (BJP President JP Nadda) मंगलवार को मौर मंडी पहुंचे. उन्होंने यहां पर चुनावी जनसभा को संबोधित किया. जेपी नड्डा ने इस दौरान परिवारवाद का मुद्दा उठाया और विपक्षी पार्टियों को घेरा. उन्होंने कहा कि बाकी सारी पार्टियां परिवारवादी पार्टी हो गई हैं. उनकी सरकार आती है तो उनके परिवार का ही भला होता है.
जेपी नड्डा ने कहा कि बीजेपी ही एक ऐसी पार्टी है, जो सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास औऱ सबका प्रयास के आधार पर आगे बढ़ती है. बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि गरीब, वंचित, दलित, शोषित, पीड़ित, समाज के अंतिम पायदान पर खड़े हर व्यक्ति के के विकास के लिए हमारी पार्टी प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि युवाओं को आगे बढ़ाना, महिलाओं का सशक्तिकरण करना ये हमारा लक्ष्य है. किसानों के नाम पर राजनीति करने वाले बहुत लोग हुए हैं, लेकिन किसानों के लिए जितना काम प्रधानमंत्री मोदी ने किया है, उतना किसी ने नहीं किया.
जेपी नड्डा संबोधन में आगे कहते हैं कि पीएम किसान सम्मान निधि के तहत 10.50 करोड़ किसानों के खाते में हर तीसरे महीने 2-2 हजार रुपये पहुंचाए गए. पंजाब में भी 23 लाख किसानों के खातों में करीब 24,000 करोड़ रुपये पहुंचाए गए.
उन्होंने कहा कि जो काम पीएम मोदी ने सिख भाइयों के लिए किया, हिंदू-सिख एकता के लिए किया वह भी अभी तक किसी ने नहीं किया है. जेपी नड्डा ने कहा कि फॉरेन कंट्रीब्यूशन रेगुलेशन एक्ट का अप्रूवल हरमंदिर साहिब को नहीं था, पीएम मोदी ने अप्रूवल दिया है अब दुनिया भर के श्रद्धालु अपना सहयोग कर सकते हैं.
'पहले लंगर पर टैक्स लगता था'
बीजेपी नेता ने कहा कि पहले गुरुद्वारों पर लगने वाले लंगर पर टैक्स लगता था. किसी ने इस टैक्स को हटाने की मांग नहीं की थी. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि लंगर पर टैक्स हटना चाहिए. उन्होंने जो बोला वो किया और अब लंगर पर टैक्स नहीं लगता है. भारत सरकार 350 करोड़ रुपये जीएसटी का अपनी तिजोरी से भरती है.
जेपी नड्डा ने कहा कि 1984 में जब दंगे हुए थे और उसमें सिख समुदाय के लोग मारे गए थे, तो कांग्रेस ने कहा था कि जब बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है. एक तरफ तांडव हो रहा था, मानवता के साथ खिलवाड़ हो रहा था, लेकिन किसी ने सिख समुदाय के लोगों की सुध नहीं ली. प्रधानमंत्री मोदी के आने के बाद एसआईटी बनाई गई और दोषियों को जेल भेजकर पीड़ित परिवार के आंसू पोछने का काम किया.