Navjot Singh Sidhu Vs Arvind Kejriwal: पंजाब में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) में जुबानी जंग तेज हो गई है. सोमवार को पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तंज कसते हुए कहा कि जो लोग शीशे के घरों में रहते हैं, उन्हें दूसरों के घरों पर पत्थर नहीं फेंकने चाहिए. उन्होंने अरविंद केजरीवाल को ट्विटर पर टैग करते हुए कहा, ''आप महिला सशक्तिकरण, नौकरी और शिक्षकों की बात करते हैं. हालांकि, आपके मंत्रिमंडल में एक भी महिला मंत्री नहीं है. शीला दीक्षित जी द्वारा छोड़े गए राजस्व अधिशेष के बावजूद दिल्ली में कितनी महिलाओं को 1000 रुपये मिलते हैं !!''


नवजोत सिंह सिद्धू ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, ''महिला सशक्तिकरण का अर्थ है चुनावी प्रक्रिया के हर चरण में महिलाओं को अनिवार्य रूप से शामिल करना, जैसा कांग्रेस पंजाब में कर रही है. सच्चा नेतृत्व 1000 रुपये का लॉलीपॉप देने में नहीं है, बल्कि स्वरोजगार और महिला उद्यमियों को कौशल प्रदान करके उनके भविष्य में निवेश करना है- पंजाब मॉडल.''


सिद्धू ने कहा कि शिक्षकों और नौकरियों की बात करते हैं. 2015 में दिल्ली में शिक्षकों की 12515 रिक्तियां थीं और 2021 में दिल्ली में शिक्षकों की ऐसी 19907 रिक्तियां हैं…और आप ज्यादातर रिक्त पदों को सिर्फ गेस्ट लेक्चरर द्वारा भर रहे हैं.






नवजोत सिद्धू ने कहा कि अपने 2015 के घोषणापत्र में आपने (अरविंद केजरीवाल) दिल्ली में 8 लाख नई नौकरियों और 20 नए कॉलेजों का वादा किया था, नौकरियां और कॉलेज कहां हैं? आपकी असफल गारंटियों के विपरीत, पिछले 5 वर्षों में दिल्ली की बेरोजगारी दर लगभग 5 गुना बढ़ गई है !!


AAP के वायदे
बता दें कि हाल ही में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल चुनाव प्रचार के सिलसिले में पंजाब गए थे.  इस दौरान उन्होंने दावा किया था कि अगर राज्य में AAP सत्ता में आती है, तो उसकी सरकार राज्य की प्रत्येक महिला के खाते में 1,000 रुपये प्रति माह डालेगी. 


आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल 27 नवंबर को मोहाली में शिक्षकों के विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए और कहा कि अगले साल होने वाले पंजाब विधानसभा चुनाव में अगर आम आदमी पार्टी की विजय होती है तो शिक्षकों की नौकरी स्थायी कर दी जाएगी. अब इसी को लेकर नवजोत सिंह सिद्धू ने सीएम केजरीवाल पर निशाना साधा है.


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