Punjab Election Result 2022: पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को उनकी परंपरागत सीट चमकौर साहिब से हराने वाले डॉ. चरणजीत सिंह पेशे से डॉक्टर हैं. दोनों के बीच 2017 में भी मुकाबला हुआ था लेकिन तब चन्नी भारी पड़े थे. जीत के बाद एबीपी न्यूज से बात करते हुए 61 साल के चरणजीत सिंह ने कहा कि 32 सालों से इलाके में काम कर रहा था. चन्नी के भ्रष्टाचार से वाकिफ था. मैंने चन्नी का पर्दाफाश किया. लोगों की आंखों के रास्ते उनके दिल में जगह बनाई. मोहाली जिले के ग्रामीण इलाके से आने वाले डॉक्टर चरणजीत सिंह के पिता द्वितीय विश्व युद्ध की लड़ाई के दौरान फौज में भर्ती हुए थे.


पेशे से डॉक्टर हैं सीएम चन्नी को हराने वाले चरणजीत सिंह


चरणजीत सिंह ने स्कूली शिक्षा चंडीगढ़ से करने के बाद पटियाला से एमबीबीएस की पढ़ाई की. एमएस करने के बाद 1989 में सरकारी सेवा में आ गए. इनकी पहली पोस्टिंग चमकौर साहिब इलाके में हुई और डॉक्टर चरणजीत सिंह ने इसे ही अपनी कर्मभूमि बना लिया. करीब दस सालों के बाद नौकरी छोड़ कर निजी प्रैक्टिस शुरू की और बड़े पैमाने पर लोगों के लिए फ्री आई कैम्प लगाए. सामाजिक गतिविधियां बढ़ने के बाद चरणजीत सिंह ने राजनीति में कदम रखा और कांग्रेस से जुड़ गए. 2014 में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने चरणजीत सिंह को डॉक्टर सेल का अध्यक्ष बनाया और यहां से चन्नी के साथ इनकी प्रतिद्वंदिता शुरू हो गई. 


2015 में आम आदमी पार्टी में हुए शामिल


2015 में चरणजीत सिंह आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए और 2017 में चमकौर साहिब सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा था. चरणजीत सिंह ने कहा कि चन्नी की जड़े मजबूत थी इसलिए उखाड़ने में समय लग गया. चरणजीत सिंह की पत्नी हरजीत कौर भी डॉक्टर हैं. उन्होंने कहा कि पूरे पंजाब में चमकौर साहिब सीट पर सबसे कठिन लड़ाई थी लेकिन ईमानदारी और सेवा के कारण जीत मिली. पत्नी को उम्मीद है कि भगवंत मान की सरकार में चरणजीत सिंह को स्वास्थ्य मंत्री बनाया जाएगा, उन्होंने उपमुख्यमंत्री पद की तमन्ना भी जताई.


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