नई दिल्ली: हाल ही में अमेरिका से खरीदा अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर ने आज पंजाब के होशियारपुर गांव में इमरजेंसी लैंडिंग की. घटना में किसी तरह के जानमाल के हानि की रिपोर्ट नहीं है. पिछले 24 घंटे में वायुसेना के किसी हेलीकॉप्टर की ये दूसरी इमरजेंसी लैंडिंग है.
जानकारी के मुताबिक, इस अपाचे हेलीकॉप्टर ने पठानकोट एयरबेस से उड़ान भरी थी. लेकिन तकनीकी खराबी के कारण पायलट ने हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग होशियारपुर जिले के एक खेत में की. घटना में दोनों पायलट सुरक्षित हैं. वायुसेना के प्रवक्ता के मुताबिक, हेलीकॉप्टर में बड़ी गड़बड़ी के कारण खेत में सुरक्षित-लैंडिंग करानी पड़ी. इस दौरान पायलट ने बेहद सूझबूझ का परिचय दिया.
गुरूवार को वायुसेना के चीता हेलीकॉप्टर ने कोविड-19 के सैंपल ले जाते वक्त पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बागपत के करीब ईस्ट्रन पेरिफरल एक्सप्रेस-वे पर तकनीकी खराबी के कारण इमरजेंसी लैंडिंग की थी.
आपको बता दें कि पिछले साल सितबंर में वायुसेना ने अमेरिका से 22 अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर खरीदे थे. इन एएच-64ई हेलीकॉप्टर्स की कुल कीमत करीब 2.2 बिलियन डॉलर है यानि करीब 14 हजार करोड़ रूपये. दुनिया के सबसे एडवांस अटैक हेलीकॉप्टर में से एक अपाचे को बोइंग कंपनी बनाती है. भारतीय वायुसेना की पहली अपाचे स्कॉवड्रन पठानकोट में है जिसे 'ग्लेडियटर' के नाम से जाना जाता है. अपाचे हेलीकॉप्टर की दूसरी स्कॉवड्रन असम के जोरहाट में है.
इन अपाचे हेलीकॉप्टर्स में प्रेशियन हैलफायर मिसाइल और रॉकेट लगे हैं. एक अपाचे हेलीकॉप्टर में इस तरह की आठ (08) हैलफायर मिसाइल और 19-19 रॉकेट के दो पॉड लग सकते हैं. खास तौर से लगी कैनन-गन से एक साथ 1200 राउंड फायर किए जा सकते हैं. ये हेलीकॉप्टर्स दिन रात और किसी भी मौसम में ऑपरेशन कर सकते हैं. खासतौर से ऊंचे पहाड़ों में बने आतंकी कैंपों और दुश्मन के सैन्य ठिकानों और छावनियों पर ये हमला करने में ये सक्षम हैं.
हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा के दौरान थलसेना के लिए छह अपाचे हेलीकॉप्टर लेने का सौदा भी हुआ था.