चंडीगढ़: पंजाब में चुनावी मौसम के बीच बिजली की भारी कटौती हो रही है. राज्य में 15 से 16 घंटे बिजली की कटौती की जा रही है. हालात ऐसे हैं कि सरकारी दफ्तरों में काम के घंटे कम कर दिए गए हैं. साथ ही एसी भी बंद रखने का आदेश दिया गया है. बिजली कटौती को लेकर विपक्ष कैप्टन अमरिंदर सरकार पर हमलावर हो गया है. इसके मद्देनज़र आज अकाली दल सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेगा.


पंजाब में हो रही बिजली कटौती से परेशान लोग सड़कों पर उतर चुके हैं. होशियारपुर जिले में कल गुस्साए लोगों ने होशियारपुर और उना रोड ही जाम कर दिया. बिजली कटौती किसानों के लिए और बड़ी मार है. धान की फसल के लिए बेचैन किसान बिजली कटौती से परेशान हैं. कल किसानों ने मोगा में लुधियाना फिरोजपुर हाइवे को जाम करके पावर ग्रिड के आगे प्रदर्शन किया.


पंजाब में बिजली का हिसाब किताब


पंजाब में बुधवार को बिजली की मांग 14 हजार 142 यूनिट तक पहुंच गई, जबकि आपूर्ति 12 हजार 842 यूनिट ही है. इस बिजली संकट से निपटने के लिए पंजाब में कई फैसले भी लिए गए हैं. सरकारी दफ्तरों में शनिवार तक एसी नहीं चलाने का सर्कुलर जारी किया गया है. एसी नहीं चलाने का फरमान निगर और बोर्ड के दफ्तरों के लिए भी है. जरूरत नहीं होने पर लाइट भी बंद रखने के लिए कहा गया है. इसके अलावा बिजली बचाने के लिए सरकारी दफ्तर का टाइम आधा दिन कर दिया गया है. यानी पंजाब में सरकारी दफ्तर सुबह 8 से दोपहर 2 तक ही काम करेंगे. औद्योगिक इकाईयों को हफ्ते में पांच दिन ही काम करने की इजाजत है.


बिजली बोर्ड दफ़्तरों के बाहर अकाली दल प्रदर्शन आज


पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड यानी PSPCL के मुताबिक, तलवंडी साबो थर्मो पावर ग्रिड की एक इकाई काम नहीं कर रही है, जिससे बिजली सप्लाई पर असर पड़ा है. किसानों और आम लोगों को बिजली की आपूर्ति नहीं होने को लेकर अकाली दल कैप्टन सरकार को झटके दे रहा है. आज पंजाब के बिजली बोर्ड दफ़्तरों के बाहर अकाली दल प्रदर्शन भी करने वाला है.


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