चंडीगढ़: केंद्र सरकार के कृषि कानून के खिलाफ पंजाब की कैप्टन सरकार बिल पेश करने वाली है. इसके लिए दो दिन का विशेष सत्र बुलाया गया है, जिसका आज दूसरा दिन है. विपक्षी अकाली दल और आम आदमी पार्टी कांग्रेस का विरोध कर रहे हैं. आम आदमी पार्टी के विधायकों ने कैप्टन सरकार के बिल का ड्राफ्ट साझा नहीं करने का विरोध किया.
आप विधायकों ने विरोध के तौर पर विधान सभा भवन में ही रात बिताई. तस्वीरों में देखा जा सकता है कि आम आदमी पार्टी के विधायक विधानसभा भवन के भीतर पड़ें सोफों पर लेटे नजर आ रहे हैं. वहीं कुछ विधायक जमीन में ही गद्दा लगाकर सो गए.
विधानसभा में विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने कहा, "आम आदमी पार्टी कृषि कानूनों के खिलाफ लाए जा रहे कानून का समर्थन करेगी. लेकिन सरकार को इस बिल का ड्राफ्ट हमारे साथ साझा करना चाहिए. हमें अन्य बिलों की प्रतियां भी नहीं मिली हैं. बिल का ड्राफ्ट देखे बिना हमारे विधायक महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा और बहस कैसे कर सकते हैं?''
पंजाब में कैप्टन सरकार ने केंद्र सरकार के किसान बिल के खिलाफ कानून पास करने के लिए दो दिन का विशेष सत्र बुलाया है. इस विशेष सत्र का आज दूसरा दिन है. सोमवार को आम आदमी पार्टी और अकाली दल ने जमकर हंगामा किया. आज सदन की कार्यवाही सुबह 10 बजे शुरु होगी. केंद्र के क़ानून के विरोध में बिल पेश किया जाएगा.
सोमवार को विधानसभा का सत्र श्रद्धांजलि देने के बाद आज के लिए स्थगित हो गया. पहले दिन किसान क़ानून पर बहस ना होने के कारण अकाली दल ने प्रदर्शन किया. चंडीगढ़ में पंजाब भवन के बाहर धरना दिया और ज़मीन पर बैठे बैठे लंच किया. अकाली दल ने कैप्टन अमरिंदर पर केंद्र के साथ फ़िक्स्ड मैच खेलने का आरोप लगाया.
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