नई दिल्ली:  अमृतसर रेल हादसे में मृतकों के परिवारवालों को पंजाब सरकार की तरफ से मुआवजे का चेक आज दिया गया.  इस हादसे में मरे 61 लोगों के परिवारवालों को पंजाब सरकार ने 5-5 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की थी. साथ ही पंजाब सरकार ने इस हादसे में घायल लोगों को मुफ्त में इलाज मुहैया कराने का भी एलान किया था.


बता दें कि दशहरा के दिन अमृतसर के जोड़ा फाटक इलाके में रावण दहन का आयोजन किया गया था. जिस मैदान में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था इसके बिल्कुल पास में अमृतसर-दिल्ली अप-डाउन रेल लाइन है. स्थानीय विधायक नवसिंह सिद्धू पत्नी नवजोत कौर सिद्धू इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थीं. नवजोत कौर के लेट होने के चलते रावण दहन का कार्यक्रम भी लेट हुआ.

रावण दहन और पटाखे फूटने के बाद भीड़ में से कुछ लोग रेल की पटरियों की ओर बढ़ने लगे जहां पहले से ही बड़ी संख्या में लोग खड़े थे. शाम करीब 7 बजे जोड़ा फाटक से डीएमयू ट्रेन गुजरी, ये डीएमयू ट्रेन जालंधर से अमृतसर आ रही थी. ये ट्रेन ट्रैक पर खड़े लोगों को कुचलती चली गई. रावण दहन के वक्त पटाखों की आवाज में ट्रेन के आने का पता नहीं चला और दर्दनाक हादसा हो गया.

वहीं जोड़ा फाटक में रामलीला का आयोजन कराने वाला काउंसलर और कांग्रेसी नेता सौरभ मदान हादसे के बाद से ही फरार है. सीएम अमरिंदर सिंह ने इस हादसे की जांच के आदेश दे दिया है और रिपोर्ट चार हफ्ते में सौंपने को कहा है. हादसे के बाद से ही सीएम अमरिंदर सिंह से सवाल किया जा रहा था कि वह हादसे के 15 घंटे बीत जाने के बावजूद भी घटना स्थल पर क्यों नहीं पहुंचे? इसके जवाब में उन्होंने कहा था," मैं इजरायल दौरे पर जा रहा था, मुझे दिल्ली एयरपोर्ट हादसे की जानकारी मिली. मैं दौरा रद्द करके आया. अगर मैं यहां आ जाता तो अधिकारियों को सारे वीवीआईपी इंतजाम करने पड़ते, इसलिए अव्यवस्था होती.