Cheap Electricity: त्योहारी सीजन में पंजाब वालों को मिलेगी सस्ती बिजली, क्या बाकी राज्य भी रोशन करेंगे जनता की दिवाली?
Electricity Rates in Indian States: बढ़ते पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस के दामों से जूझ रही पंजाब की जनता को मुख्यमंत्री चन्नी ने दिवाली गिफ्ट दिया है. पंजाब में बिजली सस्ती करने का ऐलान किया गया है.
Power Tariffs: त्योहारी सीजन में बढ़ते पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस के दामों से जूझ रही पंजाब की जनता को मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने दिवाली गिफ्ट दिया है. पंजाब में बिजली सस्ती करने का ऐलान किया गया है. यानी कम से कम बिजली का 'शॉक' तो लोगों को नहीं सहना पडे़गा. सीएम चन्नी का दावा है कि अब देश में सबसे सस्ती बिजली पंजाब में मिलेगी. राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव भी होने हैं. ऐसे में सीएम चन्नी का यह फैसला और अहम माना जा रहा है. अब सवाल यह उठता है कि क्या बाकी राज्य भी अपने यहां महंगाई से दो-चार हो रही जनता को सस्ती बिजली देंगे?
पहले जानिए पंजाब में बिजली का नया रेट कार्ड
सीएम चन्नी ने कहा, 'जीरो से 7 किलो वॉट तक की दरों में तीन रुपये की कटौती की जा रही है. पहले 100 यूनिट तक 4.19 रुपये देने पड़ते थे. अब उसमें प्रति यूनिट तीन रुपये की कमी होगी. 100 यूनिट तक लोगों को 1.19 रुपये प्रति यूनिट ही खर्च करने होंगे. इसी तरह 300 यूनिट तक पहले प्रति यूनिट सात रुपये चार्ज होते थे लेकिन अब चार रुपये प्रति यूनिट चार्ज होंगे.' यानी लोगों के बिजली का बिल अब काफी हद तक कम हो जाएगा. पंजाब की अर्थव्यवस्था काफी हद तक कृषि पर आधारित है, ऐसे में किसानों को भी सस्ती बिजली मिलने से काफी फायदा होगा. बहरहाल, अब अगर अन्य राज्यों से पंजाब की तुलना की जाए, तो काफी बड़ा अंतर आ गया है. हालांकि पंजाब सरकार को सस्ती बिजली देने के लिए 1633 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भार सहना होगा.
अन्य राज्यों में कितनी है प्रति यूनिट बिजली
सबसे पहले बात राजधानी दिल्ली की. सीएम अरविंद केजरीवाल यूं तो उत्तराखंड और गुजरात में 300 यूनिट फ्री बिजली के वादे का ऐलान कर चुके हैं. लेकिन दिल्ली की जनता को 200 यूनिट ही फ्री बिजली मिल रही है. 201 से 400 यूनिट वालों को 4.5 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिल देना होता है. हालांकि दिल्ली सरकार से इन ग्राहकों को 800 रुपये सब्सिडी भी मिलती है. 401 से 800 यूनिट पर 6.5 रुपये प्रति यूनिट, 801-1200 पर 7 रुपये प्रति यूनिट और 1200 यूनिट से ज्यादा पर 8 रुपये प्रति यूनिट की दर से चार्ज लगता है.
चुनावी राज्य उत्तर प्रदेश में हालांकि तीन साल से बिजली के दाम नहीं बढ़े हैं. लेकिन यूपी के लोग दिल्लीवालों से ज्यादा कीमत चुका रहे हैं. शहरी घरेलू उपभोक्ता पहले 150 यूनिट के लिए यूपी में 5.50 रुपये प्रति यूनिट की दर से भुगतान कर रहे हैं. जबकि 151-300 यूनिट के लिए 6 रुपये, 301-500 यूनिट के लिए 6.50 रुपये और 500 से ज्यादा यूनिट के लिए 7 रुपये प्रति यूनिट देने होते हैं.
उत्तराखंड में भी अगले साल चुनाव होने हैं. बिजली की दरें इस साल 3.54 प्रतिशत बढ़ी हैं. 100-200 यूनिट पर 25 पैसे यूनिट, 201-400 यूनिट पर 35 पैसे और 400 यूनिट से ज्यादा खपत पर 30 पैसे प्रति यूनिट दाम बढ़े हैं.
बिहार में भी बिजली महंगी हुई है. यहां 5 से 35 पैसे की प्रति यूनिट बढ़ोतरी हुई है. वहीं ओडिशा में भी 30 पैसे प्रति यूनिट तक इजाफा हुआ है, जो करीब 5.6 प्रतिशत है. छत्तीसगढ़ में भी इस साल बिजली दरें 4.8 प्रति यूनिट बढ़ी हैं, यानी 6 प्रतिशत.
आंकड़े तो यही गवाही दे रहे हैं कि अब पंजाब में आसपास के राज्यों की तुलना में बिजली काफी सस्ती हो गई है. ऐसे में बाकी राज्यों की सरकारों से जनता जरूर पूछ सकती है कि अगर पंजाब में सस्ती बिजली मिल सकती है तो हमारे यहां क्यों नहीं?
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