पंजाब सरकार ने किसानों की पीठ में घोंपा खंजर! संसद में गूंजा शंभू-खनौरी बॉर्डर पर बुलडोजर एक्शन का मुद्दा
Shambhu Border Bulldozer Action: संसद भवन परिसर में कांग्रेस के सांसदों ने भगवंत मान सरकार पर सवाल खड़े करने के साथ-साथ केंद्र की बीजेपी सरकार को किसान विरोधी करार दिया

Shambhu Border Bulldozer Action: पंजाब हरियाणा बॉर्डर पर किसान पिछले कई महीनों से लगातर प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन बुधवार (19 मार्च 2025) की रात जैसे ही उनको हटाया गया तो उसके बाद जमकर राजनीति भी शुरू हो गई है. सड़क से लेकर सांसद तक इस मुद्दे पर जमकर राजनीति हो रही है. किसानों को जबरन पुलिस का इस्तेमाल कर हटाए जाने का विरोध करते हुए संसद भवन परिसर में कांग्रेस के पंजाब से आने वाले सांसदों ने पंजाब की भगवंत मान सरकार को किसान विरोधी करार दिया. कांग्रेस के नेताओं ने भगवंत मान सरकार को किसानों की पीठ में खंजर घोंपने वाला तक बता दिया.
किसानों को बॉर्डर से जबरन हटाया- कांग्रेस
संसद भवन परिसर में किए गए प्रदर्शन के दौरान पंजाब के सांसदों ने भगवंत मान सरकार पर तो सवाल खड़े किए ही साथ ही केंद्र की बीजेपी सरकार को भी किसान विरोधी करार दिया. कांग्रेसी सांसदों ने भगवंत मान सरकार का विरोध करते हुए कहा कि भगवंत मान सरकार ने प्रदर्शनकारी किसानों को पंजाब हरियाणा सीमा से तो जबरन हटा दिया, लेकिन अब भगवंत मान सरकार की यह जिम्मेदारी भी है कि किसान जो लगातार दिल्ली आने की बात कर रहे थे उनको दिल्ली में प्रदर्शन करने की अनुमति दिलवाई जाए.
केंद्र सरकार को भी बताया किसान विरोधी
इस सबके बीच केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी ने कहा कि किसानों को प्रदर्शन स्थल से हटाने का काम पंजाब की भगवंत मान सरकार ने किया है. उन्होंने कहा कि जबरन ऐसा क्यों किया इस बात का जवाब तो भगवंत मान सरकार को देना होगा, लेकिन केंद्र की मोदी सरकार लगातार किसानों के हित में नई-नई योजनाएं ला रही है. साथ ही किसानों के उत्थान को लेकर लगातार कदम उठाए जा रहे हैं.
केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी ने कहा कि देश के अन्नदाताओं के खिलाफ कांग्रेस और आम आदमी पार्टी सिर्फ राजनीति ही करती रही है. कृषि राज्य मंत्री ने कहा, "कांग्रेस और आम आदमी पार्टी सब मिले हुए हैं. सब इस मुद्दे पर राजनीति करते हैं." भागीरथ चौधरी ने पूछा कि जब कांग्रेस की सरकार थी, तो किसानों की एमएसपी क्यों नहीं बढ़ाई गई?
कई महीनो से किसान यहां कर रहे थे प्रदर्शन
हालांकि आम आदमी पार्टी के कई नेता अब लगातार इस प्रदर्शन के चलते पंजाब को आर्थिक तौर पर हो रहे नुकसान का हवाला दे रहे हैं. प्रदर्शनकारी किसान पिछले कई महीनो से हरियाणा-पंजाब सीमा के बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे थे, जिसके चलते वह बॉर्डर पिछले कई महीनो से बंद पड़ा था. मामला सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंचा था और सुप्रीम कोर्ट ने भी प्रदर्शनकारी किसानों से बात करने के लिए एक कमेटी का गठन किया था, लेकिन उसका भी कोई हल नहीं निकल पाया था. इसके बाद सरकार अपने स्तर पर लगातार प्रदर्शनकारी किसानों से बात कर रही थी, लेकिन हर बार बातचीत बेनतीजा ही साबित हो रही थी.
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