पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अरविंद केजरीवाल के भ्रष्टाचार विरोधी मॉडल के तहत भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला को राज्य मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया है. सीएम मान ने कहा कि उन्होंने यह फैसला सिंगला की ओर से निविदाओं में कथित रूप से एक प्रतिशत कमीशन की मांग किए जाने की जानकारी मिलने के बाद किया है. मान ने पुलिस को उनके खिलाफ मामला दर्ज करने का निर्देश भी दिया है.
सिंगला ने गलत काम करने की बात स्वीकार की- भगवंत मान
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला पर कार्रवाई के बाद ट्विट पर एक वीडियो पोस्ट करके कहा, ''आम आदमी पार्टी का जन्म ईमानदार सिस्टम कायम करने के लिए हुआ है. अरविंद केजरीवाल ने हमेशा कहा है कि भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं करेंगे, चाहे कोई अपना हो या बेगाना. स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ भ्रष्टाचार के सबूत मिलते ही तुरंत बर्खास्त किया. साथ ही एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए.'' मान ने दावा किया कि सिंगला ने गलत काम करने की बात स्वीकार की है.
सीएम भगवंत मान ने दावा किया है कि देश के इतिहास में दूसरी बार है, जब किसी राज्य के मुख्यमंत्री ने सीधे अपने मंत्री पर कड़ी कार्रवाई की है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार एक पर्सेंट भी भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं करेगी. जनता ने बहुत उम्मीदों से पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनाई है, उस उम्मीद पर खरा उतरना हमारा कर्तव्य है.
केजरीवाल भारत मां के बेटे और भगवंत मान जैसे हैं सिपाही- सीएम
भगवंत मान ने आगे कहा, ''जबतक अरविंद केजरीवाल जैसे भारत मां के बेटे हैं और भगवंत मान जैसे सिपाही हैं, भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ महायुद्ध जारी रहेगा.'' उन्होंने कहा, ''अरविंद केजरीवाल जी ने वचन लिया था कि भ्रष्टाचार के सिस्टम को जड़ से उखाड़ फेकेंगे. हम सब उनके सिपाही हैं. एक पर्सेंट भ्रष्टाचार की कोई जगह नहीं है. साल 2015 में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने एक मंत्री को भ्रष्टाचार के मामले में बर्खास्त किया था. आज देश में ऐसा दूसरी बार हो रहा है.''