Kapurthala: कपूरथला जेल में 50 किलो नींबू गबन, मंत्री के आदेश पर जेल अधीक्षक सस्पेंड
Kapurthala Jail: कैदियों की कई शिकायतों के बाद एडीजीपी (जेल) वीरेंद्र कुमार ने 1 मई को कपूरथला माडर्न जेल में औचक निरीक्षण करने के लिए 1 डीआईजी (जेल) और लेखा अधिकारी को भेजा था.
Kapurthala Jail Superintendent Suspended: पंजाब की कपूरथला जेल में नींबू घोटाले का मामला सामने आने के बाद जेल अधीक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है. जहां आम लोग नींबू को आसमान छूती कीमतों के कारण खरीदने से भी परहेज कर रहे हैं, वहीं उसे 200 रुपये किलो के भाव से कपूरथला माडर्न जेल के कैदियों को ‘खिलाया’ गया.
जेल सुपरिटेंडेंट के आदेश पर गर्मी में आधा क्विंटल नींबू मंगवाए गए. ये नींबू कैदियों को कभी नसीब नहीं हुए. सारी हेराफेरी की पोल उस समय खुली, जब जांच टीम निरीक्षण करने पहुंची. कैदियों ने साफ कह दिया, उन्होंने राशन में नींबू कभी नहीं खाए. इसके बाद जेल मंत्री हरजोत सिंह बैंस (Harjot Singh Bains) ने कपूरथला केंद्रीय जेल के अधीक्षक गुरनाम लाल को सस्पेंड कर दिया.
नींबू घोटाला में जेल अधीक्षक सस्पेंड
कपूरथला जेल में जांच के दौरान गबन और कुप्रबंधन सहित कई अनियमितताएं भी सामने आई है. कैदियों की कई शिकायतों के बाद एडीजीपी (जेल) वीरेंद्र कुमार ने 1 मई को जेल में औचक निरीक्षण करने के लिए 1 डीआईजी (जेल) और लेखा अधिकारी को भेजा था. जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट में पाया कि कैदियों को दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता खराब थी और जेल नियमावली में तय की गई मात्रा पर्याप्त नहीं थी.
जांच में हर रोटी का वजन 50 ग्राम से कम
कपूरथला जेल में जांच के दौरान ये पाया गया कि यहां बन रही हर चपाती का वजन 50 ग्राम से कम था, जिससे संकेत मिलता था कि कई क्विंटल आटे का भी गबन किया गया था. रिपोर्ट में कहा गया है कि जेल अधिकारी की तरफ से सब्जियों की खरीद में भी गड़बड़ी की गई है. जेल अधीक्षक ने 5 दिनों के लिए सब्जियां खरीदी दिखाई, लेकिन कैदी कम दिनों के लिए सब्जियां खरीदने का दावा कर रहे हैं.
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