Tarn Taran Police Station Attack: पंजाब के तरनतारन जिले में एक पुलिस स्टेशन पर हमले के मामले में चार लोगों को हिरासत में ले लिया गया है. इसके साथ ही जांच में यह भी सामने आया है कि इस हमले के तार सीमा पार से जुड़े थे. पुलिस महानिरीक्षक सुखचैन सिंह गिल ने बताया कि मामले को लेकर जांच तेज कर दी गई है. पुलिस ने संदिग्ध की पहचान कर ली है और हमले को अंजाम देने वाले दो और संदिग्धों को हिरासत में लिया जाएगा. 


सुखचैन सिंह ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं. चार लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है, जिन्होंने रसद के साथ मदद की थी. हमले को अंजाम देने वाले दो और संदिग्धों को हिरासत में लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि जांच टीम एकदम सही तरीके से मामले की जांच कर रही है. दो से तीन दिन के अंदर पूरी तरह मामले का खुलासा कर दिया जाएगा. फिलहाल उन लोगों की पहचान की जा रही है, जिन्होंने हमले में रसद की मदद की थी. 


क्या है पूरा मामला?


पंजाब के तरनतारन जिले के एक पुलिस स्टेशन पर 10 दिसंबर को देर रात करीब 1 बजे रॉकेट लॉन्चर से हमला हुआ था. तरनतारन जिले के थाना सरहाली पर यह हमला किया गया था. हमले में बिल्डिंग के शीशे टूट गए थे. रॉकेट लॉन्चर पहले कहीं और गिरा, उसके बाद डायवर्ट होकर पुलिस स्टेशन में आया. माना जा रहा है कि अगर यह रॉकेट सीधा स्टेशन पर आता तो बड़ा नुकसान हो सकता था. इससे पहले मोहाली के सेक्टर-77 में भी आरपीजी पर अटैक किया गया था. पंजाब में हाल में हुआ इस तरह का यह दूसरा हमला है.  


आतंकी लिंक होने के संकेत 


इस मामले में गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था. वहीं, स्टेशन हाउस ऑफिसर (SHO) प्रकाश सिंह को सरहाली कलां थाने से हटा दिया गया और उनकी जगह सुखबीर सिंह को नियुक्त किया गया. हमले के बाद, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की एक टीम शनिवार शाम तरनतारन के सरहाली कलां थाने पहुंची और इस घटना के 'आतंकी लिंक' होने का संकेत दिया. छाया समर्थक खालिस्तान संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) ने भी बाद में हमले की जिम्मेदारी ली थी. वहीं, पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि पुलिस एसएफजे के दावे की भी जांच कर रही है. 


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