चंडीगढ़: 26 जनवरी 2021 को दिल्ली मे हुई हिंसा मामले मे आरोपी लक्खा सिधाना ने 23 फरवरी को बठिंडा कें गांव महराज में आयोजित एक रैली में शिरकत की थी. लक्खा रैली कर के आसानी से निकल जाता है और उसकी गिरफ्तारी नहीं होती है. इस मुद्दे पर अब पंजाब पुलिस ने प्रतिक्रिया दी है.
बठिंडा के एसएसपी भुपिंदरजीत सिंह विर्क ने कहा है कि दिल्ली पुलिस की तरफ से हमें कोई लिखित जानकारी नहीं दी गई थी. लखा सिधाना दिल्ली पुलिस का वॉटेंड है पंजाब पुलिस का नहीं.
एसएसपी ने कहा कि अगर हम उसे गिरफतार भी करते तो वहां उस समय 15 से 20 हजार लोग मौजूद थे. इससे लॉ एंड आर्डर की स्थिति बिगड़ सकती थी. अपराध सरगना से कार्यकर्ता बने लक्खा सिधाना ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर लोगों से बठिंडा के मेहराज गांव में एक जनसभा में शामिल होने की अपील की थी.
बता दें केंद्र के तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को निरस्त किये जाने की मांग को लेकर 26 जनवरी को किसान संघों द्वारा आयोजित ट्रैक्टर परेड के दौरान हजारों प्रदर्शनकारी पुलिस से भिड़ गए थे. कई प्रदर्शनकारी ट्रैक्टर चलाते हुए लालकिले तक पहुंच गए थे और इस ऐतिहासिक स्मारक में घुस गए. इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों ने लाल किले के ध्वजस्तंभ पर एक धार्मिक झंडा भी फहराया था.
सिधाना एक अपराध सरगना था और उस पर पंजाब में अनेक मामले दर्ज हैं. कई बार वह जेल भी गया. 2012 में उसने राज्य में विधानसभा चुनाव लड़ा था, जिसमें उसे हार का सामना पड़ा.
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