Navjot Sidhu Hugs Bikram Majithia: नवजोत सिंह सिद्धू काफी बदले हुए नजर आ रहे हैं. पिछले दिनों वह रोड रेज मामले में 10 महीने की जेल काटकर बाहर आए हैं, तभी से उनमें काफी बदलाव देखा जा रहा है. सिद्धू को एक मंच पर कभी उनके जिगरी दोस्त रहे और  फिर दुश्मन बने बिक्रम सिंह मजीठिया से फिर से गले मिलते हुए देखा गया है. 


दोनों की मुलाकात का वीडियो सामने आया है, जिसमें तालियों की गड़गड़ाहट के बीच दोनों मुस्कराते हुए हाथ मिलाते हैं, गले मिलते हैं और फिर एक-दूसरे की पीठ थपथपाते हैं. पंजाब की राजनीति की संबंध में इन दोनों की गर्मजोशी भरी मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं. 






ड्रग्स केस में मजीठिया खिलाफ दर्ज हुई थी एफआईआर


नवजोत सिंह सिद्धू की ओर से लगातार आवाज बुलंद करने के बाद ड्रग्स मामले में बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ दिसंबर 2021 में एफआईआर दर्ज की गई थी. जानकारी के मुताबिक, 2013 में करीब 6 हजार करोड़ रुपये के ड्रग्स रैकेट का भंडाफोड़ हुआ था. मामले के मुख्य आरोपी जगदीश भोला पूछताछ के दौरान बिक्रम सिंह मजीठिया का नाम भी लिया था. उसके बाद प्रवर्तन निदेशालय ने भी मजीठिया से पूछताछ की थी.


एक-दूसरे के खिलाफ लड़ा था चुनाव


2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव में नवजोत सिंह सिद्धू और शिरोमणि अकाली दल नेता बिक्रम सिंह मजीठिया अमृतसर पूर्व सीट से आमने-सामने थे. इस चुनाव तक यह बात जोरशोर से कही जा रही थी कि आजतक दोनों नेताओं ने राजनीति में कभी हार का मुंह नहीं देखा है. इस सीट से पहले सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर विधायक रह चुकी थीं. 


2022 के चुनाव के दौरान सिद्धू कांग्रेस के टिकट पर इस सीट से चुनावी मैदान में उतरे थे. चुनाव के दौरान मजीठिया ने दावा किया था कि वह सिद्धू की जमानत जब्त करा देंगे. पलटवार सिद्धू की पत्नी ने किया था और मजीठिया से कहा था कि पहले वह अपनी जमानत तो करा लें, फिर जमानत जब्त कराएं.


मजीठिया ने सिद्धू को बताया था 'जोकर'


चुनाव से पहले एक समाचार चैनल से बात करते हुए बिक्रम सिंह मजीठिया ने सिद्धू को अहंकारी बताया था और कहा  था कि लोग उनका घमंड तोड़ेंगे. मजीठिया ने तीखा प्रहार करते हुए कहा था, ''सिद्धू की वाइफ उनको सीरियसली नहीं लेतीं, ही इज ए जोकर (वह जोकर हैं). आप जोकर से क्या माफी मंगाएंगे. जिनको उनका परिवार सीरियसली नहीं लेता, जिनको लोग सीरियसली नहीं लेते, उनको मैं भी बड़ी सीरियसली नहीं लेता हूं. कांग्रेस पार्टी उनको सीरियसली नहीं लेती है.''


मजीठिया ने कहा था, ''जब वो (सिद्धू) मेरे साथ होता था, जब वो गुड कंपनी में था, सिद्धू खुश रहता था. आज बैड कंपनी में है, सिद्धू दुखी है. इतना खुश तो अपनी घरवाली के साथ नहीं रहा जितना मेरे साथ रहता था.''


AAP उम्मीदवार ने दी थी दोनों का पटखनी


बता दें कि कभी हार का स्वाद नहीं चखने वाले दोनों नेताओं में से कोई भी नहीं जीता था. विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की जीवन ज्योत कौर ने दोनों को चुनावी रण में पटखनी दे दी थी. जीवन ज्योत कौर को सबसे ज्यादा 39,679 वोट मिले थे. सिद्धू 32,929 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहे थे और बिक्रम सिंह मजीठिया को 25,188 वोट हासिल हुए थे.


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