नई दिल्ली: पंजाब में कोयला की सप्लाई ठप होने से बिजली संकट गहरा गया है. मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस मामले को लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलने का वक्त मांगा था, लेकिन मुलाकात के लिए समय नहीं मिलने से नाराज़ अमरिंद सिंह जंतर मंतर पर धरना देंगे.
आपको बता दें कि केन्द्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के विरोध में पंजाब के किसान कुछ ट्रेन की पटरियों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इसके चलते रेलवे ने मालगाड़ियों की आवाजाही पर रोक लगा रखी है. जिसका असर ये हुआ है कि मालगाड़ियां राज्य में ज़रूरी चीजों की आपूर्ति नहीं कर रहीं. अब इसकी वजह से राज्य की बिजली व्यवस्था पर भी असर पड़ता नज़र आ रहा है. कैप्टन सरकार ने कहा है कि कोयला की कमी से आख़िरी GVK थर्मल प्लांट भी बंद हो गया है.
गौरतलब है कि पंजाब में सरकारी और निजी मिलाकर कुल पांच थर्मल प्लांट हैं. इनमें से चार पहले की बंद हो चुके थे. पंजाब में अब लम्बे बिजली कट लग सकते हैं. राज्य सरकार अन्य संसाधनों से बिजली ख़रीदकर पंजाब की पावर सप्लाई बहाल रख रही है. सरकार का कहना है कि रेल मंत्रालय के माल गाड़ियां शुरू ना करने से यह नौबत आई है.
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