पंजाब: पराली जलाने के मामले में नहीं आ रही कमी, मंगलवार को सामने आए 6 हजार से अधिक मामले
देश के कई राज्य प्रदूषण की समस्या से परेशान हैं. दिल्ली में प्रदूषण के कारण लोगों को काफी परेशानी हो रही है. इस बीच दिल्ली से सटे पंजाब में पराली जलाने के मामले में कमी नहीं आ रही है.
चंडीगढ़: उत्तर भारतीय राज्यों में प्रदूषण की भयानक समस्या के बाद भी पंजाब में पराली जलाने के मामले में कमी नहीं आ रही है. पंजाब रिमोट सेंसिंग सेंटर के आंकड़ों के मुताबिक़ मंगलवार को पंजाब में पराली जलाने के 6668 मामले सामने आए हैं. ये इस सीजन में पराली जलाने का सबसे बड़ा आंकड़ा है. पिछले साल इसी दिन की बात करें तो पराली जलाने के 1001 मामले सामने आए थे जो कि इस बार छह गुना बढ़ चुका है.
23 सितंबर से अब तक पंजाब में पराली जलाने के 37,935 मामले सामने आ चुके हैं. पंजाब रिमोट सेंसिंग के आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल इस दौरान पराली जलाने के 27,224 मामले सामने आए थे. प्रदेश के संगरूर शहर में सबसे ज़्यादा पराली जलाने के मामले सामने आए हैं. यहां ये आंकड़ा 1007 तक पहुंच गया है. प्रदेश में संगरूर के बाद बठिंडा शहर में सबसे ज़्यादा पराली जलाए जा रहे हैं.
बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रदूषण की समस्या काफी बढ़ गई है. इस कारण यहां के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. दिल्ली में प्रदूषण का एक बड़ा कारण इससे सटे राज्यों में पराली का जलाना माना जाता है. इन राज्यों के किसानों से पराली न जलाने की बार-बार अपील की जा रही है.
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